बर्नपुर । हमारा संकल्प ने अमृत कृषि के सहयोग से “पेड़ की पत्तियों से कम्पोस्ट बनाने” पर एक ज्ञानवर्धक प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन मंगलवार को किया। यह सत्र हमारा संकल्प कार्यालय में आयोजित किया गया और इसे सतत कृषि विशेषज्ञ अंजनी कुमार सिन्हा द्वारा संचालित किया गया। प्रतिभागी एवं विशिष्ट अतिथि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 95 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें शामिल अधिकारी में 22 अधिकारी – सीआईएसएफ, हमारा संकल्प एवं महिला सशक्तिकरण अभियान के सदस्य, छात्र एवं आईएसपी सेल अधिकारी व अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रहे। वहीं शामिल होने वाले में सीजीएम प्रभारियों, सीएसआर, सेल आईएसपी बनोद कुमार, पूर्व ईडी राजीव कुमार, सेल आईएसपी श्रीलल्ल, एजीएम, सेल आईएसप, मुनमुन राय अध्यक्ष – महिला समिति, कार्यक्रम प्रभारी बलवंत सिंह , सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी, मोहम्मद असलम, ज्योति बाला, अंजू अग्रवाल, सुबीर रे, डोलन पाल, दीपेन साहा, मौमिता चौधरी, श्यामोली, मनोज सहित अन्य उपस्थित थे। मुख्य उद्देश्य एवं फोकस क्षेत्र यह प्रशिक्षण सतत कृषि और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु आयोजित किया गया, जिसके प्रमुख उद्देश्य मिट्टी में कार्बन की मात्रा बढ़ाना – जैविक पदार्थों से मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के उपाय। वैश्विक तापमान में कमी – जैविक खाद निर्माण को एक पर्यावरण-अनुकूल समाधान के रूप में अपनाना। महिला सशक्तिकरण – महिलाओं को सतत कृषि में भागीदारी के लिए प्रेरित करना। नदी एवं देशी गायों का संरक्षण – जैविक खेती में स्थानीय नस्लों के योगदान को प्रोत्साहित करना। भूजल स्तर का पुनर्भरण – जैविक कृषि तकनीकों से भूजल स्तर बढ़ाने के उपाय। व्यवहारिक प्रशिक्षण और विशेषज्ञ मार्गदर्शन में अंजनी कुमार सिंह, (पूर्व जीएम, बोकारो स्टील प्लांट) और हमारा संकल्प एवं अमृत कृषि के सदस्य) ने कम्पोस्ट निर्माण एवं जैविक खेती की विस्तृत व्याख्या की। उन्होंने बताया कि मिट्टी में कार्बन की मात्रा बढ़ाने और कम्पोस्टिंग तकनीकों से कृषि उत्पादन कैसे सुधारा जा सकता है।एक सफल प्रशिक्षण सत्र
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत ज्ञानवर्धक एवं व्यावहारिक रहा। इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को जैविक खेती की नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया गया। प्रत्यक्ष प्रदर्शन एवं संवादात्मक चर्चा के माध्यम से यह सत्र सभी के लिए अत्यधिक प्रभावशाली और उपयोगी सिद्ध हुआ। हमारा संकल्प सतत कृषि और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है। यह पहल एक हरित और सतत भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।