आसनसोल । आसनसोल के रेलपार इलाके में बीसी राय रोड स्थित बाबू तालाब काजी नजरुल इस्लाम उर्दू फ्री प्राइमरी स्कूल में बुधवार स्कूल के अभिभावकों द्वारा हंगामा किया गया। इनका कहना है कि स्कूल के शिक्षक सैयद आलम कादरी पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल के मिड डे मील सरकार से जो एक वार्ड के विभिन्न स्कूलों को मिलाकर कंपोजिट ग्रांट मिलता है, उसमें धांधली की है। पिछले कुछ दिनों से वह स्कूल नहीं आ रहे थे। लेकिन बुधवार वह फिर से स्कूल आ गए कहा जा रहा है कि इसके बाद स्कूल के बच्चों के अभिभावक नाराज हो गए और वह इस बात पर ऐतराज जताने वालों की सैयद आलम कादरी पर पैसों की हेरा फेरी का गंभीर आरोप है। उस आरोप का निष्कर्ष निकले बिना वह फिर से अपनी ड्यूटी कैसे ज्वाइन कर सकते हैं। अभिभावकों का साफ कहना था कि जिस पर चोरी का इल्जाम है। ऐसा कोई व्यक्ति उनके बच्चों को पढ़ाया यह उन्हें मंजूर नहीं। इसलिए जैसे ही सैयद आलम कादरी स्कूल पहुंचे तो उनके स्कूल के अंदर प्रवेश करने के उपरांत अभिभावकों ने स्कूल गेट पर बाहर से ताला लगा दिया। उनका सिर्फ इतना ही कहना था कि जब तक उन्हें स्कूल से निकला नहीं जाता और उनके स्कूल आने पर रोक नहीं लगाई जाती। उन्हें स्कूल से निकलने नहीं दिया जाएगा और ताला नहीं खोला जाएगा। घटना की सूचना पाकर मौके पर 23 नंबर वार्ड की पार्षद सी के रेशमा भी पहुंच गई। उन्होंने अभिभावकों से बात की अभिभावकों ने भी सीके रेशम के सामने अपनी यही मांग दोहराई। उनका साफ कहना था कि सैयद आलम कादरी पर गंभीर आरोप है और जब तक इन आरोपों का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता तब तक वह नहीं चाहते की चोरी के इल्जाम वाला कोई व्यक्ति उनके बच्चों को पढ़ाये। सीके रेशमा ने भी कहा कि सैयद आलम कादरी पर गबन का इल्जाम है और उन्होंने खुद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। अब यह बड़ी हैरानी की बात है कि इस तरह का आरोपी एक व्यक्ति डीपीएससी के चेयरमैन फिर से जॉइनिंग लेटर लेकर स्कूल आना शुरू कर देता है। जबकि 2023 से वह फरार था। घटना की जानकारी सीके रेशमा ने एसआई अरिजीत मंडल को दी। वह भी घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने भी अभिभावकों से बात की। अभिभावकों ने उन्हें भी बताया कि वह इस तरह के इल्जाम वाले एक व्यक्ति को अपने बच्चों के शिक्षा के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने सी के रेशमा से भी बात की। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उन्होंने अभिभावकों और यहां के स्थानीय पार्षद से बात की है और एक शिक्षक पर चोरी का एग्जाम है। वह इतने दिनों तक अनुपस्थित थे। आज वह आए हैं। उन्होंने बताया कि वह इस मामले को अपने उच्च अधिकारियों को बताएंगे और उनका जो भी फैसला होगा। उस तरह से ही काम किया जाएगा। हालांकि इस पूरे मुद्दे पर सी के रेशमा अपनी भड़ास रोक नहीं पाई और उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति पर बच्चों के पैसे के चोरी का इल्जाम है। उसे किस तरह से फिर से जॉइनिंग लेटर दिया गया। यह सोचकर वह हैरान है। उन्होंने कहा कि न सिर्फ सैयद आलम कादरी पर स्कूल के पैसे के गवन का एग्जाम है बल्कि उन्होंने सरकारी चेक पर उनके यानी सीके रेशमा के दस्तखत भी फर्जी रूप से किए थे। जिसके लिए उन्होंने सैयद आलम कादरी के खिलाफ थाना में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। लेकिन यह बड़ी हैरानी की बात है कि अब पुलिस में रिपोर्ट करने के बावजूद उसे मामले के इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर का यह कहना है कि सैयद आलम कादरी को वह ढूंढ नहीं पा रहे हैं। जबकि वह सब की निगाहों के सामने है सीके रेशमा ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि मानो वह सिस्टम से हार गई।