आसनसोल । भाजपा की तरफ से सोमवार आसनसोल के बीएनआर मोड़ पर रोड जाम किया गया। लगभग आधे घंटे तक रोड जाम किया गया।भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मौके पर पुलिस विरोधी और राज्य सरकार विरोधी नारे लगाए। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष देवतुन भट्टाचार्या, आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल, वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्णेन्दु मुखर्जी, दिलीप दे, भृगु ठाकुर, राम अधिकारी, बप्पा आचार्या, अरिजीत राय, सुदीप चौधरी के अलावा बड़ी संख्या में अन्य भाजपा नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। सनद रहे हावड़ा के बेलगछिया में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर हमला किया गया था। भाजपा का आरोप है कि जब शुभेंदु अधिकारी हावड़ा में धंसान प्रभावित घरों का जायजा लेने पहुंचे थे। तब न सिर्फ पुलिस द्वारा उन्हें रोका गया। बल्कि उन्हें धक्का भी दिया गया। जिससे उनको चोट लगी है। अग्निमित्रा पाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस तरह से अचानक रोड जाम करके लोगों की परेशानियों को बढ़ाना नहीं चाहती। लेकिन आज हावड़ा के बेलगछिया में नेता प्रतिपक्ष के साथ जो कुछ हुआ उसके बाद यह विरोध प्रदर्शन करना जरूरी था। उन्होंने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन के जरिए वह पुलिस प्रशासन और विशेष कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह संदेश देना चाहते हैं कि इस तरह से भाजपा नेताओं को डरा धमका कर और पुलिस के सहयोग से दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि आज नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी बेलगछिया में जिन घरों में दरार आई है और लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। उस क्षेत्र का दौरा करने गए थे। लेकिन उन्हें रोक दिया गया। जबकि उससे कुछ समय पहले जब फिरहाद हकीम वहां पर गए थे तो उन्हें जाने दिया गया। उन्होंने कहा कि शुभेंदू अधिकारी नेता प्रतिपक्ष हैं। इस हैसियत से वह भी एक कैबिनेट मंत्री के समान है। लेकिन उनके साथ आज पुलिस प्रशासन द्वारा जिस तरह से बर्ताव किया, वह बीजेपी कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। वहीं अरिजीत राय ने कहा कि रविंद्र भवन में 23 तारीख तक एक कार्यक्रम चल रहा था। आज कोई कार्यक्रम नहीं था। लेकिन जब उन्होंने देखा कि यहां पर भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं तो जान बूझकर रवींद्र भवन के सामने बड़े-बड़े माइक के जरिए बहुत जोर से आवाज किया जाने लगा। ताकि भाजपा के इस विरोध प्रदर्शन को रोका जा सके। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पहले बहुत शांति से माइक की आवाज को कम करने के लिए कहा गया था। लेकिन इसके बावजूद वैसा नहीं किया गया। मौके पर टीएमसी के कुछ छुट भैया नेता थे जो चाहते थे कि भाजपा कार्यकर्ताओं को उकसा दिया जाए। ताकि वह कानून को अपने हाथों में ले, लेकिन भाजपा का कार्यकर्ता अनुशासित कार्यकर्ता है और वह ऐसा कुछ भी नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में आज भाजपा कार्यकर्ताओं के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया गया। लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया।