महुआ डंगाल लोको सबवेय की हालत बदहाल, इसके लिए पूर्व मेयर, पूर्व सांसद सहित आसनसोल के डीआरएम को ठहराया जिम्मेदार
आसनसोल । पूर्व रेलवे आसनसोल मंडल की ओर से रेलपार को आसनसोल शहर से जोड़ने के लिए महुआ डंगाल लोको सबवेय का निर्माण किया गया था। इस सबवेय के निर्माण कार्य को करने में 18 करोड़ की लागत आई थी। लेकिन सबवेय के बनकर तैयार होने के बाद से ही यहां से गुजरने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इस सबवेय की जो सबसे बड़ी परेशानी है वह है जलजमाव। बिन मौसम 24 घंटे झरने की तरह पानी गिरता है। पश्चिम बर्दवान जिला एआईएमआईएम के नेता दानिश अजिज के नेतृत्व में उनकी पूरी टीम के साथ इस सबवेय का निरीक्षण किया गया। दानिश अजिज ने इस बदहाली का जिम्मेदार पूर्व रेलवे को बताया। इसे स्मार्ट सबवेय का नाम दिया गया है जबकि सर्दी के मौसम में भी यहां गंदा पानी जमा रहता है। यदि किसी को गाड़ी धुलवानी हो तो यहां से एक बार जरूर गुजारिये। इस सबवेय से पैदल गुजरकर कोई भी इंसान किसी भी धार्मिक कार्य के लिए नहीं जा सकता है । ऐसे भी इस सबवेय से पैदल गुजरना संभव नहीं है। उन्होंने इसके लिए पूर्व रेलवे को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने अपने इस आरोप के पक्ष में यह दलील दी की यह दोनों नेता ऐसे हैं जो जिस जनता का वोट लेते हैं उसी जनता के लिए परेशानी खड़ी करते है। इसके निर्माण में 18 करोड़ की लागत आई है उसकी ऐसी हालत कैसे हो सकती है? उन्होंने इसे एक घोटाला करार दिया और कहा कि इस घोटाले में आसनसोल रेलवे डिविजन के डीआरएम, स्थानीय पूर्व केन्द्रीय मंत्री सभी इसमें संलिप्त है। वहीं एक रेलपार के लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन गई है।