आज का पंचांग, 21 मार्च 2022: आज करें भगवान भोलेनाथ की पूजा, जानें शुभ-अशुभ समय एवं राहुकाल
आसनसोल । आज चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। आज सोमवार को देवों के देव महादेव की पूजा करते हैं। आज प्रात: स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें और किसी शिव मंदिर में जाकर भगवान भोलेनाथ का दर्शन करें। आप चाहें तो घर पर ही शिव जी की पूजा कर लें। भगवान भोलेनाथ का गंंगाजल और गाय के दूध से अभिषेक करें। उसके बाद फिर जलाभिषेक करें। इसके पश्चात शिव जी को बेलपत्र, मदार पुष्प, भांग, धतूरा, सफेद चंदन, शमी का पत्ता, शहद, शक्कर, फूल, फल, मिठाई आदि अर्पित करें। इस दौरान शिव पंचाक्षर मंत्र ओम नम: शिवाय का उच्चारण करते रहें। इसके बाद शिव चालीसा का पाठ करें। शिव चालीसा के पाठ से आपके कष्ट, पाप, दुख, क्लेश आदि दूर हो जाएंगे। शिव जी की कृपा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और रोग एवं दोष भी दूर हो जाते हैं। जो लोग सोमवार को शिव जी की पूजा करते हैं, उनकी कुंडली से चंद्र दोष दूर होता है। इसकी वजह यह है कि जब चंद्र देव को कुष्ठ रोग हुआ था, तो वे मृत्यु के निकट पहुंच गए थे। तब उन्होंने शिव आराधना की थी, शिव जी की कृपा से उनका रोग दोष दूर हो गया। शिव जी सभी के कष्टों को दूर करते हैं। सोमवार को चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का दान करने से भी चंद्र दोष दूर होता है, कुंडली में चंद्र ग्रह मजबूत होता है। जीवन में सुख एवं शांति आती है। सोमवार का व्रत करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं। जिनके विवाह में देरी होती है, वे लोग सोमवार का व्रत करते हैं। सावन सोमवार व्रत का महत्व अधिक है। आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी रहेगी आज ग्रहों की चाल…………..
21 मार्च 2022 का पंचांग
आज की तिथि – चैत्र कृष्णपक्ष तृतीया
आज का करण – विष्टि
आज का नक्षत्र – स्वाति
आज का योग – व्यघात
आज का पक्ष – कृष्ण
आज का वार – सोमवार
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 06:43:00
सूर्यास्त – 06:50:00
चन्द्रोदय – 21:48:00
चन्द्रास्त – 08:16:59
चन्द्र राशि– तुला
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1943
प्लवविक्रम सम्वत – 2079
काली सम्वत – 5122
दिन काल – 12:08:02
मास अमांत – फाल्गुन
मास पूर्णिमांत – चैत्र
शुभ समय – 12:04:26 से 12:52:58 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त – 12:52:58 से 13:41:30 तक, 15:18:35 से 16:07:07 तक
कुलिक – 15:18:35 से 16:07:07 तक
कंटक – 08:50:17 से 09:38:49 तक
राहु काल – 08:14 से 09:45
कालवेला/अर्द्धयाम – 10:27:22 से 11:15:54 तक
यमघण्ट – 12:04:26 से 12:52:58 तक
यमगण्ड – 10:57:42 से 12:28:42 तक
गुलिक काल – 14:17 से 15:48