राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कथनी और करनी में है फर्क – अग्निमित्रा पॉल
आसनसोल । आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी अग्निमित्रा पॉल ने अपने पार्टी कार्यालय में पत्रकार सम्मेलन कर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कई मुद्दों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी को घेरा। उन्होंने कहा कि पांडवेश्वर के विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती ने जिस तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को धमकी भरे लहजे में वोट न डालने देने की बात कही है। इससे लोकतंत्र पर बहुत बड़ा खतरा आ पड़ा है। उन्होंने मुख्य चुनाव आयोग से इस बात का संज्ञान लेते हुए नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती को या तो गिरफ्तार करने या उनको हाउस अरेस्ट करने की मांग की। अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि जिस अनुब्रत मंडल के दिमाग में आक्सीजन कम जाता है
जिनको ईडी सीबीआई बुलाने पर बीमार हो जाते है। उस अनुव्रत मंडल को यहां आने से रोका जाए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उन्ही को आसनसोल लोकसभा उपचुनाव का प्रभारी बनाया गया है। इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कथनी और करनी में फर्क है। एक तरफ तो ममता बनर्जी निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव की बात करती हैं। लेकिन वही नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती और अनुब्रत मंडल जैसे उनके नेताओं के जरिए लोगों को डरा धमका कर लोकतंत्र की हत्या भी करवाती हैं। भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि भाजपा को कोई आपत्ति नहीं है कि टीएमसी की तरफ से कोई भी चुनाव प्रचार करने के लिए आ सकता है। लेकिन अनुब्रत मंडल जैसे लोग न आए। यह उनकी मांग है क्योंकि इतिहास गवाह है कि जब भी अनुव्रत मंडल कहीं गए हैं उनके पीछे पीछे लाशों का काफिला चला है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह से पांडवेश्वर, सालनपुर आदि क्षेत्रों से अवैध हथियार मिल रहे हैं। उसे साबित होता है कि आज बंगाल बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। वह तब तक कोई कार्यवाई नहीं करती जब तक कि उसे नवान्न से आदेश नहीं मिलता। अग्निमित्र पाल ने कहा कि बीरभूम के रामपुरहाट में भी ऐसा ही कुछ हुआ। जब टीएमसी को चुनाव में जीत दिलाने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के 12 लोग आग में जल रहे थे। तब कुछ ही दूरी पर पुलिस मूकदर्शक बनी बैठी हुई थी। लेकिन उनको बचाने के लिए पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि उनको आदेश नहीं दिया गया था।
उन्होंने साफ कहा कि बंगाल की जनता को अब बंगाल पुलिस पर कोई भरोसा नहीं रह गया है। उन्होंने अपने वक्तव्य में लोकसभा चुनाव में टीएमसी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा पर भी निशाना साधा। अग्निमित्रा पाल ने कहा कि जिस तरह से एक 14 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया जिस तरह से एक दसवीं कक्षा की बच्ची की कनपट्टी पर बंदूक रखकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ। इन सब घटनाओं के बाद भी शत्रुघ्न सिन्हा जो की खुद एक बेटी के पिता हैं खामोश कैसे हैं। उन्होंने पूछा कि क्या वह ममता बनर्जी से डरते हैं क्या ममता बनर्जी ने उनको सब कुछ देख कर भी खामोश रहने की हिदायत दी है। वहीं मुख्यमंत्री द्वारा रामपुरहाट कांड के पीड़ितों के परिवारों को रुपए और नौकरी देने के प्रस्ताव पर भी अग्निमित्रा पाल ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि बंगाल में पढ़ाई-लिखाई करके नौकरी नहीं मिलती जिसका सबूत नौकरी की मांग कर रहे। वह शिक्षक हैं जो बीते कई वर्षों से टेट परीक्षा पास करके भी नौकरी ढूंढ रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनको अब तक नौकरी नहीं मिली। अग्निमित्रा पाल ने कहा कि आज बंगाल में अगर आपको नौकरी पानी है तो कोई आप की हत्या कर दे। आपको डीजल डालकर जला दे तब आपको नौकरी मिलेगी।