कोयला तस्करी मामले में ईडी ने कोलकाता में दो कंपनियों के कार्यालयों में की छापामारी
कोलकाता । कोयला तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कोलकाता में दो कंपनियों के कार्यालयों में छापामारी की। सूत्रों के अनुसार ईडी के अधिकारी ममता बनर्जी के भतीजे सह सांसद अभिषेक बंद्योपाध्याय के घर भी छापामारी कर सकते हैं। ईडी ने हाल में उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी को तलब किया था। हालांकि वह पेश नहीं हुईं। उन्होंने कहा था कि कोरोना के समय में दो बच्चों को अकेले छोड़कर वह अकेले दिल्ली नहीं आ सकती हैं। ईडी के अधिकारियों ने शनिवार सुबह कोलकाता के मल्लिक बाजार और डलहौजी में दो कंपनियों के कार्यालयों में छापामारी की। जांचकर्ताओं का दावा है कि दोनों कंपनियां कोयले की तस्करी में शामिल थी। इनमें से एक स्टील और दूसरी टूरिज्म व्यवसाय से जुड़ी है। अधिकारियों का मानना है कि कोयला तस्करी का पैसा उन कंपनियों के जरिए किसी और खाते में जा रहा था। ईडी की तीन टीमें सुबह से तलाशी शुरू की। टीम में दिल्ली के अधिकारी भी शामिल थे। कर्मचारियों को पहले ही कार्यालय छोड़ने से रोक दिया गया। ईडी के अधिकारी कंपनी के कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकते हैं। कंपनी के निदेशकों से भी पूछताछ की जाएगी।
कोयला घोटाले मामले की सीबीआइ भी जांच कर रही है। सीबीआइ ने अभिषेक और उनकी पत्नी से फरवरी में पूछताछ भी की थी। गौरतलब है कि कोयला घोटाले मामले में सीबीआइ द्वारा नवंबर, 2020 में एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद ईडी ने भी प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था और सरकारी कोयला खदानों में कथित चोरी की मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले की जांच शुरू की थी। सीबीआइ की प्राथमिकी में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है। इस मामले में अनूप मांजी उर्फ लाला मुख्य आरोपित है। ईडी ने पहले दावा किया था कि अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं, जबकि उन्होंने सभी आरोपों से इन्कार किया है।