आज का पंचांग 26 अप्रैल 2023: गणपति पूजा से मिलेगी सफलता, जान लें शुभ मुहूर्त, सुकर्मा योग, राहुकाल, दिशाशूल
दिल्ली । आज वैशाख शुक्ल षष्ठी तिथि और सुकर्मा योग है. आज बुधवार व्रत रखने और गणेश जी की पूजा करने से कार्यों में सफलता मिलती है. घर के दोष भी दूर होते हैं. संकट मिटते हैं. आज बुध दोष को दूर करने के लिए गाय को हरा चारा डालें. जानें आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल और दिशाशूल. आज का पंचांग 26 अप्रैल 2023: आज वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि, सुकर्मा योग, पुनर्वसु नक्षत्र और बुधवार दिन है. बुधवार को विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करने से कार्यों में सफलता मिलती है. गणेश जी विघ्न और बाधाओं को दूर करके संकट से मुक्ति प्रदान करते हैं. वे शुभता प्रदान करने वाले देव हैं. वे जहां होते हैं, वहां सभी दोष खत्म हो जाते हैं. गणेश जी की पूजा से कुंडली का बुध दोष भी दूर हो जाता है. गणपति बप्पा को प्रथम पूज्य होने का आशीर्वाद उनके पिता भगवान भोलेनाथ से मिला है. उनके आशीर्वाद से वे देवताओं के संकटमोचन बनें क्योंकि गणेश जी चतुर और बुद्धिमान हैं. वे बुद्धि और ज्ञान के दाता है. बुधवार को व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. गणपति बप्पा को लाल रंग का फूल या गेंदे का फूल अर्पित करें. उनको लाल या पीले वस्त्र, यज्ञोपवीत, चंदन, अक्षत्, सिंदूर, फल, पान, सुपारी, नारियल, हल्दी आदि चढ़ाना चाहिए. फिर दूर्वा की कम से कम 21 गांठ मस्तक पर अर्पित करना चाहिए. उनको लड्डू या मोदक का भोग लगाएं. यदि बुधवार को मूंग का लड्डू चढ़ाते हैं तो बहुत अच्छा रहेगा. फिर गणेश चालीसा का पाठ करें. बुधवार व्रत कथा को सुनें या पढ़ें. फिर विधि विधान से गणेश जी की पूजा करें. आज गाय को हरा चारा खिलाएं. किसी गरीब ब्राह्मण को हरे वस्त्र, हरे फल, हरी सब्जियों का दान करें. गणेश पूजा के बाद बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें. बुध दोष शांत हो जाएगा. आज के पंचांग से जानते हैं सूर्योदय, चंद्रोदय, नक्षत्र, शुभ मुहूर्त, अशुभ समय, शुभ योग, राहुकाल आदि.
26 अप्रैल 2023 का पंचांग आज की तिथि – वैशाख शुक्ल षष्ठीआज का नक्षत्र – पुनर्वसुआज का करण – तैतिलआज का पक्ष – शुक्लआज का योग – सुकर्माआज का वार – बुधवारआज का दिशाशूल – उत्तर
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 06:10:00 AMसूर्यास्त – 07:04:00 PMचन्द्रोदय – 10:16:59चन्द्रास्त – 24:53:59चन्द्र राशि– मिथुन
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1945 शुभकृतविक्रम सम्वत – 2080दिन काल – 13:07:44मास अमांत – वैशाखमास पूर्णिमांत – वैशाखशुभ समय – कोई नहीं
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त) दुष्टमुहूर्त– 11:52:56 से 12:45:27 तककुलिक– 11:52:56 से 12:45:27 तककंटक– 17:08:02 से 18:00:33 तकराहु काल– 12:37 से 14:14 तककालवेला/अर्द्धयाम– 06:37:51 से 07:30:22 तकयमघण्ट– 08:22:53 से 09:15:23 तकयमगण्ड– 07:23:48 से 09:02:16 तकगुलिक काल– 14:14 से 15:51 तक