बोर्ड बैठक में पानी की समस्या और अवैध निर्माण पर सवाल उठाया पार्षद गुलाम सरवर
आसनसोल। आसनसोल नगर निगम के बोर्ड बैठक में 28 नुबर वार्ड के कांग्रेस पार्षद गुलाम सरवर ने पहले से ही अनुमति लेकर दो मुद्दों को बोर्ड बैठक में सवाल उठाया। पहला सवाल पानी की समस्या और आसनसोल नगर निगम क्षेत्र में अवैध निर्माण के मुद्दे। गुलाम सरवर का कहना है कि आसनसोल नगर निगम के कुछ अभियंताओं द्वारा बिल्डरों के साथ सांठगांठ कर अवैध निर्माण को प्रश्रय दिया जा रहा है। उनका कहना था की डीड पढ़ने के लिए निगम में 2 डीड रीडर है। लेकिन उनकी भूमिका क्या है। इसकी जांच होनी चाहिए। इसके उपरांत उन्होंने टाउन प्लानर पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आसनसोल नगर निगम के जो टाउन प्लानर है वह आसनसोल नगर निगम से सारी सुविधाएं उपलब्ध करते है। चाहे वह गाड़ी हो या आसनसोल नगर निगम का कंप्यूटर हो। लेकिन वह बिल्डरों के साथ संबंध बनाकर रखते हैं और बिल्डरों से कहते हैं कि कोई भी काम हो उसका प्लान उन्हीं से करवाना पड़ेगा। वहीं अवैध निर्माण के मुद्दे पर गुलाम सरवर ने आगे कहा कि अगर कहीं कोई अवैध निर्माण हो भी रहा है और आसनसोल नगर निगम की तरफ से उसके खिलाफ स्टॉप ऑर्डर पास भी किया गया। तब भी उस अवैध निर्माण के खिलाफ वांछित कार्रवाई नहीं की जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण वह दे सकते है। जहां स्टॉप आर्डर के बावजूद काम हो रहा है। उन्होंने भ्रष्टाचार को इसके लिए निगम के कुछ भ्रष्ट अभियंता को जिम्मेदार ठहराया। पानी के मुद्दे पर भी गुलाम सरवर ने मेयर का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि पानी की आपूर्ति को लेकर भी कुछ इंजीनियरों द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिस वजह से लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उदाहरण के लिए उन्होंने जामुरिया के दरबाडागा का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अमृत योजना के तहत वहां पर 5 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे, जिससे 16 रिवर बेड ट्यूबवेल लगाने थे और उसी कंपनी को 2024 तक इनकी देखरेख भी करनी थी। लेकिन 30 सितंबर 2021 को जो बाढ़ आई थी उसमें रिवर बेड ट्यूबवेल बह गया। नियम के मुताबिक उसी कंपनी को फिर से उन्हें लगाना था। लेकिन उस विभाग के इंजीनियर ने उस कंपनी को वहां पर फिर से रिवर बेड ट्यूबवेल लगाने को नहीं कहा और 2022 के अक्टूबर में फिर से नए सिरे से 9 रिवर बेड ट्यूबवेल लगाने के लिए टेंडर निकाल दिया। उन्होंने कहा कि यह सरासर भ्रष्टाचार है और इस पर रोक लगनी चाहिए। मेयर उनकी बातों को गौर से सुना और आश्वासन दिया कि उनके रहते इस तरह की धांधली नहीं होने दी जाएगी।