सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम में समाजसेवी कृष्णा प्रसाद को आमंत्रित करने वाले आयोजकों को डराया व धमकाया जा रहा
रावण जैसे महान विद्वान पंडित का अहंकार ने उन्हें खत्म कर दिया
आसनसोल । शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी व धार्मिक प्रवृत्ति के धनी कृष्णा प्रसाद प्रत्येक दिन 7 से 8 मंदिरों में जाते हैं। पूजा अर्चना कर शिल्पांचल वासियों के सुख शांति समृद्धि की कामना करते है। उसी क्रम में गुरुवार को उन्होंने शिल्पांचल के 7 से 8 मंदिरों में गए एवं वहां पूजा पाठ की। उन्होंने बताया कि निगम के 42 नंबर वार्ड स्थित मंदिर में पूजा अर्चना किए। उसके बाद वहां से 39 नंबर वार्ड स्थित भगत पाड़ा में रक्तदान शिविर में उपस्थित होकर रक्त दाताओं को उत्साह बढ़ाया एवं सम्मानित किए। उसके बाद पांडेश्वर में गए। वहां भी भव्यता के साथ पूजा अर्चना किया। वहां के जो भी आयोजक थे और उनको उन्होंने धन्यवाद दिया। आयोजकों ने भव्यता के साथ आयोजन किया था। वहां माता रानी का दरबार सजा हुआ था। भव्य रूप से पूजा हुआ, प्राण प्रतिष्ठा किया गया। वहीं उन्होंने कहा कि वहां के कुछ लोगों ने आयोजक कमेटी के सदस्यों को डराया धमकाया था एवं कहा कि आसनसोल के लोगों को बुलाकर यहां पूजा किया जा रहा है। उन्होंने धमकाने डराने वाले लोगों से निवेदन किया कि यह सामाजिक कार्य है, इसलिए उस मंच से मुझे कुछ बोलना पड़ा। शासक दल के जो कर्मी डरा धमका रहे हैं। यह ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है। इस तरह के कार्य न करें। क्योंकि जनता सब कुछ देख रही है। जनता जनार्दन है, जनता भगवान है। उन्होंने कहा कि जब वह बोल रहे थे कि आप लोग इस प्रकार के कार्य न करें। आने वाला दिन जिस तरह से पूरे ब्रह्मांड के रावण को दशहरे के दिन जिस तरह से जलाकर दशहरा उत्सव मनाया जाता है। वास्तविक वैसा नहीं है जो रावण थे वह एक महान विद्वान ब्राह्मण थे और वह शिवजी को साक्षात दर्शन किये थे। शिव जी का उनके ऊपर आशीर्वाद था। उनके ऊपर विशेष कृपा था कि जो बोलते थे वह होता था। इतने गुनी और विद्वान महान व्यक्ति थे लेकिन उनको अहंकार ने बर्बाद कर दिया, तहस-नहस कर दिया जो हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी ने उनका बद्ध कर दिया जो दशहरा के दिन हम लोग पूरे उत्सव के रूप में मनाते हैं। उन्होंने इस रावण लोक को भी यही कहा कि वही दर्शा होगा। ऐसा कोई कार्य मत करिए शिल्पांचल के लोगों को डरा कर धमका कर रख रहे हैं। आप लोग शासक दल के व्यक्ति हैं लोगों को डरा धमका कर शासन मत करिए। वहीं उन्होंने कहा कि वह एक जगह और गए थे। भाजपा कार्यकर्ता उनके पुत्र को काफी लंबे दिनों से बीमारी है। उनको मदद करने वाले कोई नहीं है। उनकी मदद करने गए थे।
बच्चा का मिर्गी हो जाता है, देखकर आने के बाद भी उनके साथ भी वही समस्या हुआ। शिल्पांचल के 505 मंदिरों के जीर्णोद्धार का संकल्प लिया है। वहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग उनसे मदद के लिए आ रहे है। कोई कैंसर, हार्ट का बीमारी, किडनी का बीमारी है, जिनके माता-पिता का देहांत हो गया, किसी की शादी है किसी की पढ़ाई की जरूरत है। हर प्रकार की मदद कर रहे है। समाज के सभी लोगों की मदद के लिए आगे बढ़ रहे हैं। सिर्फ भाजपा के लोगों के लिए नहीं सभी जाति धर्म के लोगों को लेकर चल रहे हैं। आप लोगों से निवेदन है आप लोगों को आगाह करना चाहता हूं। इस प्रकार से किसी को डराया धमकाया मत कीजिये। लोग बाध्य होकर सड़क पर लाखों की संख्या में उतर कर आपका विरोध करना शुरू कर देंगे। आपको शहर छोड़कर भागना पड़ जाएगा। यह निवेदन है यह आगाह है। जनता जनार्दन है, जनता भगवान है, जनता के वोट से आप कुर्सी पर बैठे हैं। जिस दिन यह कुसरी चली जायेगी। आपको कोई पूछने वाला नहीं होगा। आप राजा नहीं है, जनता के वोट से आप मालिक बनकर बैठे हैं। आप राजशाही नहीं है। आप राजा राजा नहीं हैं। ईश्वर के ऊपर कोई नहीं है। ज्यादा दिन किसी की क्षमता नहीं रहती है। जब तक कुर्सी है तब तक, जिस दिन कुर्सी गई आपका भी कहानी खत्म हो जाएगा। आप सभी से मेरा अनुरोध है कि किसी भी भाजपा समर्थक को डराई, धमकाए, चमकाए नहीं। आने वाला 2024 और 2026 में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वह 24 घंटा में 17 से 18 घंटा जनता की सेवा दे रहा हूं। रात दिन सेवा के लिए तत्पर रहता हूं। प्रशासन के लोगों से भी निवेदन है कि इस प्रकार के कार्य को रोकें, नहीं तो आने वाले दिनों में इससे भी बड़ा आंदोलन होगा। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि मुख्यमंत्री एक पार्टी नहीं एक व्यक्ति के नहीं सभी व्यक्तियों के लिए होती है। राज्य सहित पश्चिम बर्दवान जिला में ज्यादा अत्याचार हो रहा है। लोगों को डराया धमकाया चमकाया जा रहा है इसे रोका जाए।