भाजपा नेता जितेन्द्र तिवारी ने की राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात, अटकलों का बाजार गर्म
आसनसोल । बीते विधानसभा चुनाव के बाद टीएमसी की बंगाल में तीसरी बार सरकार बनी। हालांकि भाजपा भले सरकार न बना सकी हो लेकिन 2016 के मुकाबले 2021 में भाजपा का प्रदर्शन निःसंदेह तारीफ के काबिल था। वहीं बात अगर आसनसोल की करें तो यहां भी पिछले कुछ महीनों से राजनीति में ऐसे कई मोड़ आए हैं जिनके बारे में एक साल पहले भी सोचा नहीं जा सकता था। जितेन्द्र तिवारी ने पिछले चुनाव से पहले टीएमसी छोड़ने का फैसला लेकर पश्चिम बर्दवान की राजनीति में एक भुचाल ला दिया था । कयास लगाए जा रहे थे कि शायद इस बार इस जिले में टीएमसी को कड़ी चुनौती मिलेगी। लेकिन चुनाव के बाद देखा गया कि जितेन्द्र तिवारी अपनी ही सीट नहीं बचा सके। इसके उपरांत अजय और दामोदर नदियों से काफी पानी बह गया है।
हाल ही में जितेन्द्र तिवारी ने सक्रिय राजनीति से एक तरह से संन्यास की घोषणा करते हुए कोलकाता में अधिवक्ता के तौर पर अपने करियर को आगे बढाने का ऐलान किया था। इस दौरान शिल्पांचल की राजनीति में एक और धमाका हुआ और आसनसोल के दो बार के सांसद बाबुल सुप्रियो ने सबको हैरान करते हुए टीएमसी का दामन थाम लिया। एक वक्त था जब आसनसोल की राजनीति में बाबुल सुप्रियो और जितेन्द्र तिवारी को प्रबल प्रतिद्वंद्वी के रुप मे देखा जाता था। हालांकि जब जितेन्द्र तिवारी भाजपा में शामिल हुए तो बाबुल ने भारी मन से ही सही पार्टी के फैसले को सिरमाथे रखा। लेकिन अब जबकि बाबुल खुद टीएमसी में आ गए हैं तो इस जिले में राजनीतिक समीकरण बड़ी तेजी से बदलने लगे हैं। जितेन्द्र तिवारी जिन्होने हाल ही में राजनीतिक संन्यास पर जाने के संकेत दिए थे फिर से राजनीतिक रुप से सक्रिय होते दिख रहे हैं। कल जब शुभेंदु अधिकारी आसनसोल पंहुचे थे तो जिला भाजपा कार्यालय में जितेन्द्र तिवारी भी उपस्थित थे और अपने चिर परिचित अंदाज में बाबुल सुप्रियो पर जमकर बरसे भी थे। वहीं मंगलवार को जितेन्द्र तिवारी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से राज भवन में मुलाकात की और आसनसोल को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। राजनीति के जानकारों की मानें तो शिल्पांचल की राजनीति में एक और नया मोड़ आने वाला है।