27 सितम्बर को देशव्यापी बंद के समर्थन में वामपंथी संगठनो ने की जनसभा
आसनसोल । बीते करीब एक साल से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश के विभिन्न कृषक संगठन दिल्ली की सड़को पर आंदोलनरत हैं। अपनी मांगो के समर्थन में आगामी 27 सितंबर को पूरे देश में बंद का आह्वान किया गया है। वामपंथी संगठनों की तरफ से भी इस बंद का समर्थन किया गया है। बुधवार आसनसोल के बीएनआर मोड़ इलाके में वामपंथी संगठनों की तरफ से एक सभा का आयोजन किया गया। जहां आसनसोल के पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी, विवेक चौधरी, किसान नेता बीरेश मंडल, पार्थ मुखर्जी, मीठु सरकार, मनोज दास सहित महिला, छात्र, युवा सहित विभिन्न वामपंथी संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। इस मौके पर वंश गोपाल चौधरी पार्थ मुखर्जी, मीठु सरकार सहित सभी वक्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की। इन नेताओं ने श्रम कोड को रद्द करने, कृषि कानून को रद्द करने, बिजली के क्षेत्र में लागू नये नियमों को बदलने, किसानों को न्यूनतम समर्थन मुल्य प्रदान करने की मांग की । इनका कहना है कि केंद्र की भाजपा सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के हितों की रक्षा करने को आतुर है। उनको आम जनता की तकलीफों से कोई मतलब नहीं है।