बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर राज्य सरकार ध्यान नहीं देगी तो आने वाले समय में हरियाणा से भी खराब स्थिति होगी – जितेंद्र तिवारी
आसनसोल । राज्य सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रही है। जिसका परिमाण पश्चिम बर्दवान जिला में देखने को मिल रहा है। जिला के रानीगंज, अंडाल और पंडवेश्वर में बेटियों की संख्या दिन पर दिन कम होती जा रही है। यह जिला स्वास्थ्य विभाग के रिपोर्ट बता रही है। उक्त बाते आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने रविवार गोधुली स्थित उनके आवासीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि कल पश्चिम वर्धमान जिला के स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक हुई थी जिसमें यह बात सामने आई कि पश्चिम बर्दवान जिला के रानीगंज, अंडाल,पांडवेश्वर जैसे इलाकों में बच्चों की तुलना में बच्चियों की संख्या काफी कम हो गई है। उन्होंने कहा कि यह बड़े चिंता की बात है अगर रानीगंज, अंडाल पांडवेश्वर जैसे क्षेत्र में बच्चों के मुकाबले बच्चियो की संख्या कम हो रही है तो राज्य सरकार द्वारा कन्याश्री, रुपश्री जैसे परियोजनाओं का क्या लाभ। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ परियोजना की शुरुआत की थी लेकिन सिर्फ केंद्र सरकार का विरोध करना है। इस वजह से पश्चिम बंगाल में से लागू नहीं किया गया जिसका परिणाम आज इस तरह के नतीजे हैं। उन्होंने फौरन पश्चिम बंगाल में भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ परियोजना को लागू करने की मांग की है। उन्होंने कहा की भारत के बहुत राज्यों में देखा गया है कि छात्र से छात्राओ की संख्या कम है। हरियाणा में सबसे ज्यादा ऐसा देखा गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना चालू किया मगर देखा गया की पश्चिम बंगाल में इसे लेकर कोई पहल नहीं किया गया। जिसका परिमाण आज जिला के रानीगंज, अंडाल और पांडवेश्वर में देखने को मिल रहा है। जिला के अधिकारियों को इस समस्या पर ध्यान देना होगा। ऐसा नहीं किया जायेगा तो आने वाले समय में इसे लेकर भाजपा की ओर से आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा की राज्य में बेटी को बचाने के लिए उन्होंने सभी राजनीतिक पार्टियां इस आंदोलन में शामिल होकर राज्य के लिए आगे आए।