गैर आदिवासी लोगों को बड़े पैमाने पर एससी एसटी सर्टिफिकेट देने के विरोध में रैली कर सौंपा गया ज्ञापन
आसनसोल । पश्चिम बंगाल आदिवासी कल्याण समिति की तरफ से पूरे राज्य के साथ-साथ पश्चिम बर्दवान जिला शासक के जरिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा पिछड़ा श्रेणी कल्याण मंत्रालय के मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया । इससे पहले संगठन के सदस्य आसनसोल के बीएनार मोड स्थित रवींद्र भवन के सामने इकट्ठा हुए और वहां से रैली की शक्ल में जिला शासक कार्यालय तक गए। इस संदर्भ आदिवासी कल्याण समिति के राज्य सचिव पार्सल किसकु ने बताया कि पूरे पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पश्चिम बर्दवान जिला में भी गैर आदिवासी लोगों को बड़े पैमाने पर एससी एसटी सर्टिफिकेट प्रदान किया जा रहा है जिससे आदिवासी समाज के लोग शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के क्षेत्र में भी वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण है जहां यह देखा जा सकता है कि जो लोग आदिवासी समाज के नहीं है, उनको भी इस तरह के सर्टिफिकेट प्रदान कर दिए गए हैं। जिस वजह से आदिवासी समाज के लोग वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि संदेशखाली 123 विधानसभा केंद्र से सुकुमार महतो नामक एक व्यक्ति दो बार खड़े हुए और वहां से जीते है। उन्होंने कहा कि यह विधानसभा केंद्र आदिवासी समाज के लोगों के लिए संरक्षित है। ऐसे में सुकुमार महतो यहां से कैसे चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि वह आदिवासी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुल्टी के रहने वाले उज्जवल महतो को आसनसोल एसडीओ कार्यालय से एससी सर्टिफिकेट मिला है। जबकि इसी व्यक्ति को बांकुड़ा के खातरा से ओबीसी सर्टिफिकेट मिला है। उन्होंने कहा कि ऐसे हजारों उदाहरण है जिससे यह साबित होता है कि एससी एसटी सर्टिफिकेट प्रदान करने में व्यापक गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि आज जिला शासक के माध्यम से मुख्यमंत्री और पिछड़े श्रेणी कल्याण मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा गया।