कोरोना अलर्ट: एम्स निदेशक डॉ. गुलेरिया ने किया आगाह, बोले- छह से आठ सप्ताह सावधानी बरतें लोग
दिल्ली । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने अक्तूबर में फेस्टिवल सीजन को देखते हुए लोगों से अगले छह से आठ सप्ताह तक सतर्क और जागरूक रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि तब हमें कोरोना के कुल मामलों में कमी दिखेगी। उन्होंने कहा कि हमें तब तक सावधानी और सतर्कता कायम रखनी होगी।
कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ से जल्द मान्यता मिलने की जताई उम्मीद
इसके अलावा उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन कोवैक्सीन से संबंधित सभी आंकड़े और शोध विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में भेज दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई की इस वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मान्यता जल्द मिल जाएगी। डॉ. गुलेरिया ने बताया, हमें उम्मीद है कि अब जब सभी आंकड़े और शोध दिए जा चुके हैं तो अब यह काम जल्द होगा।
विदेश यात्रा हो जाएगी आसान
उन्होंने कहा, इससे यात्रा आसान हो जाएगी। इससे लोग, खासकर दोनों डोज ले चुके लोग विदेश जा सकेंगे। हमने महामारी के दौर से निकलना शुरू कर दिया है तो यह मंजूरी बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है, जिससे किसी को कहीं क्वारंटाइन या आइसोलेट न होना पड़े।
ईयू ने नहीं दी भारत के लिए वीजा प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) की कोविशील्ड को हालांकि कुछ यूरोपीय देशों ने मान्यता दे दी है, फिर भी ईयू डिजिटल कोविड सर्टीफिकेट (ईयूडीसीसी) लाने वाले यूरोपीय संघ (ईयू) ने भारत के लिए वीजा प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति नहीं दी है।
स्वास्थ्य मंत्री ने भी डब्ल्यूएचओ के मुख्य वैज्ञानिक से की थी मुलाकात
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुक मांडविया ने कोवैक्सीन को मंजूरी के लिए डब्ल्यूएचओ के मुख्य वैज्ञानिक से मुलाकात की थी। डब्ल्यूएचओ अब तक पीफाइजर-बायोएनटैक, अमेरिका की प्रमुख फार्मा कंपनियों जॉन्सन एंड जॉन्सन, मॉडर्ना, चीन की सिनोफार्म और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोरोना रोधी वैक्सीन के इमरजेंसी यूज की अनुमति दी है।