Shilpanchal Today

Latest News in Hindi

आसनसोल में श्रीमद् भागवत कथा: भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी देवी के विवाह का प्रसंग

आसनसोल। आसनसोल के सेनरेले स्थित कन्यापुर मैदान में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी देवी के विवाह का प्रसंग श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। वृंदावन से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक श्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी ने अपने शु-मधुर संगीत और सजीव वर्णन के माध्यम से इस पावन प्रसंग का महत्व समझाया।

प्रवचन का सार: कथा में श्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी ने बताया कि रुक्मिणी देवी विदर्भ के राजा भीष्मक की पुत्री थीं, और उनके सौंदर्य एवं गुणों की ख्याति दूर-दूर तक फैली थी। उनके मन में बचपन से ही भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अपार श्रद्धा और प्रेम था। रुक्मिणी के भाई रुक्मी उनकी शादी चेदि नरेश शिशुपाल से करना चाहते थे, लेकिन रुक्मिणी ने भगवान श्रीकृष्ण को अपने पति के रूप में चुना। रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण को पत्र लिखकर अपने मन की बात कही और उनसे विदर्भ आकर उन्हें विवाह के लिए आग्रह किया। श्रीकृष्ण ने अपने मित्र बलराम के साथ विदर्भ पहुंचकर रुक्मिणी का हरण किया और उनसे विवाह किया। इस प्रसंग को श्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी ने अपने संगीत और मार्मिक कथन के जरिए श्रद्धालुओं के समक्ष जीवंत कर दिया। संगीतमय संकीर्तन: कथा के दौरान गोस्वामी जी के भजनों और कीर्तनों ने वातावरण को और भी आध्यात्मिक बना दिया। उनके मधुर स्वरों और ह्रदयस्पर्शी गीतों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रद्धालुओं ने भावविभोर होकर भजनों का आनंद लिया और भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी देवी की महिमा का गुणगान किया।

श्रोताओं की प्रतिक्रिया: स्थानीय निवासी श्रीकांत कुमार ने कहा, “श्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी का वर्णन इतना प्रभावशाली है कि लगता है जैसे हम भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी देवी के विवाह के साक्षात गवाह बन गए हों।” एक अन्य श्रद्धालु, सीमा अग्रवाल ने कहा, “कथा सुनकर मन को असीम शांति और आनंद की अनुभूति हुई है।” अगले दिन का कार्यक्रम: कथा के अंतिम दिन, श्रीमद् भागवत कथा का समापन भगवान श्रीकृष्ण के अद्वितीय जीवन की कुछ और प्रमुख घटनाओं के वर्णन के साथ किया जाएगा। कार्यक्रम में और भी कई विशेष गतिविधियों का आयोजन किया गया है, जिनमें आरती और भजन संध्या शामिल हैं। श्रीमद् भागवत कथा का यह आयोजन केवल धार्मिक और आध्यात्मिक शिक्षा का माध्यम नहीं है, बल्कि लोगों को भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का एक सुंदर अवसर भी प्रदान करता है।

     
 
This image has an empty alt attribute; its file name is WhatsApp-Image-2021-08-12-at-22.47.27.jpeg
This image has an empty alt attribute; its file name is WhatsApp-Image-2021-08-12-at-22.48.17.jpeg

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *