सभ्य समाज में दहेज प्रथा जड़ से समाप्त होनी चाहिए – श्री यशोदा नंदन जी महाराज
आसनसोल । समस्त शिल्पांचल वासियों की ओर से एनएस रोड शिव मंदिर रोड आसनसोल गौशाला में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 16 से 23 जनवरी तक किया गया है। भागवत कथा के चौथे दिन श्री हरिहर आश्रम श्रीधाम वृंदावन से पधारे श्री यशोदा नंदन जी महाराज ने श्री कृष्ण जी के अवतार की कथा सुनाई । वहीं चतुर्थ दिन की कथा के प्रारंभ होने पर समाजसेवी बाबूलाल जी अग्रवाल, प्रमोद चौधरी, विश्वनाथ दुकनिया, घनश्याम जालान एवं सुनील मुकीम आदि ने नारियल फोड़कर कथा का शुभारंभ किया। इसके अलावा मुख्य अतिथि आसनसोल साउथ थाना के प्रभारी कौशिक कुंडू को गुरुदेव यशोदा नंदन जी महाराज ने इन सभी को दुपट्टा ओढ़ाकर उनको आशीर्वाद प्रदान किया। तत्पश्चात मुख्य यजमान शंकर सुमन शर्मा, नरेश अग्रवाल, आनंद सुष्मिता पारीक, सुजीत सिंपल गुप्ता, आनंद अग्रवाल एवं कमल शर्मा आदि ने साथ आरती की उसके बाद भागवत कथा के चतुर्थ दिन की कथा का प्रारंभ हुआ। आसनसोल, पश्चिम बंगाल में दिनांक 19 जनवरी से श्री मद्भागवत अमृत महोत्सव में आज श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। दूर दूर से पधारे सभी हिन्दू भाई बहनों ने अपने जीवन में बहुत आंनद प्राप्त किया । वृंदावन से पधारे श्री यशोदा नंदन महाराज जी द्वारा कथा के प्रसंग में श्री कृष्ण जी के अवतार की कथा सुनाई । जब पृथ्वी पर कंस का दुराचार हुआ, संत का अपमान, यज्ञों का अपमान, धर्म का अपमान व बाल हत्याएं होने लगी। तब पृथ्वी पर त्राहिमाम त्राहिमाम करने लगे। देवता भगवान से प्रार्थना करने लगे तब भगवान विष्णु जी ने कहा कि हम अवतार लेकर प्रकट होंगे। आप सब मिलकर हमारे साथ वृंदावन चलो हम धर्म की रक्षा करेंगे और पापियों का नाश करेंगे। कंश वो है जो आज भी कुछ मनुष्य के भीतर हे। ये मायावी है जो कभी-कभी अपने रूप बदल कर आता है। धर्म के कार्य में बाधा डालता है। आज जहाँ दहेज प्रथा के कारण हमारी बहन बेटियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिस कारण हमारी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है। दहेज के कारण बेटियां फाँसी लगाकर जान देने पर मजबूर हैं। जबतक ये दहेज के लालची रूपी कंस हमारे समाज में पैदा होते रहेंगे तब तक देवकी माँ की तरह माँ के आंसू बहते रहेंगे।