आसनसोल मंडल रेल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न
आसनसोल । मंडल कार्यालय परिसर में अवस्थित ‘दामोदर सभाकक्ष’ में परमानंद शर्मा मंडल रेल प्रबंधक की अध्यक्षता में ‘मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति’ की तिमाही बैठक संपन्न हुई। अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी मनीष ने समिति सदस्यों का स्वागत करते हुए राजभाषा विभाग के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी। इसके बाद समिति के सदस्य सचिव–सह-राजभाषा अधिकारी डॉ. मधुसूदन दत्त ने मानक कार्यसूची के आधार पर संबंधित राजभाषा विषयक मदों को प्रस्तुत किया। इसी दौरान पावर-पॉइंट के जरिए राजभाषा पखवाड़ा-2021 के तहत आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की झलकियाँ भी प्रस्तुत की गयी। इसके बाद सरकारी काम-काज में राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार को बढ़ाने के लिए समिति-सदस्यों से अनुरोध किया गया। वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक मनीष ने अपने विभाग का एक बहूपयोगी दृष्टांत दिया कि अपने अधीनस्थ 15 अनुभाग- अधिकारियों को एक-एक रजिस्टर दे दिया गया है, जिसमें उन्हें निदेश दिया गया है कि वे प्रत्येक महीने में कम-से-कम एक पत्र हिंदी में तैयार करें। फलत: बड़े ही सहज तरीके से प्रत्येक माह कम-से-कम 15 पत्र हिंदी में तैयार हो जाते हैं। मंडल रेल प्रबंधक ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि आप लोग भी इससे प्रेरणा ले सकते हैं और जरुरी नहीं कि बड़े-बड़े पत्र/टिप्पणी को हिंदी में तैयार करें। आप सबसे छोटे मसौदे वाले पत्रों को सबसे पहले चुनें और उन्हें हिंदी में तैयार कराएँ। उन्होंने यह भी सलाह दी कि प्रत्येक शाखा अधिकारी अपने अधीनस्थों को प्रत्येक सप्ताह एक पत्र हिंदी में तैयार करने का निदेश दें, जिससे कि अधिक-से-अधिक पत्राचार हिंदी में किया जा सके।
इसी अवसर पर अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी मनीष के मार्गदर्शन में एक नयी पहल के तौर पर प्रत्येक तिमाही में मूर्धन्य साहित्यकारों/कवियों/गीतकारों की जन्मतिथि/पुण्यतिथि के अवसर उनके प्रसिद्ध साहित्यांश को प्रस्तुत किया जाए। इसी के तहत इस बार राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अनुवादक श्री पुरुषोत्तम कुमार गुप्ता ने निदा फाजली के नज्म ‘माँ’ का सस्वर पाठ किया। इस पहल की सभी ने सराहना की। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि मंडल के अधीनस्थ कार्यालयों के अन्य विभागों के कार्मिकों को भी इस पहल से जोड़ें ताकि वे भी राजभाषा हिंदी से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ सकें और राजभाषा विषयक कार्यों के प्रति प्रेरित हो सकें। अपने संबोधन में परमानंद शर्मा/मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि हमलोग इस बैठक में राजभाषा विषयक कार्यों की समीक्षा करते हैं, न कि हिंदी की अर्थात् सरकारी काम-काज में कठिन या क्लिष्ट हिंदी नहीं चाहिए, सरल और सहज हिंदी चाहिए। उन्होंने अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी, मनीष और राजभाषा अधिकारी, डॉ. मधुसूदन दत्त और राजभाषा टीम की सराहना की। अंत में राजभाषा अधिकारी के धन्यवाद ज्ञापन के उपरांत बैठक समाप्त हुई।