ध्वस्त करने होंगे देश के दुश्मनों के मंसूबे – सुरेन जालान
आसनसोल । वर्ष 1980-81 के दशक में जो हमारी प्रधान, भिंडरेवाल जी का पालन पोषण किया गया। वहीं भिंडरेवाल जी को पकड़ने के लिए एवं खालिस्तानीयों को स्वर्ण मंदिर परिसर खाली कराने के लिए सेना द्वारा गोली चलानी पड़ी। स्वर्ण मंदिर जो एक आध्यात्मिक एवं शांति स्थल है। उसके बाद वर्ष 1984 में हमारे प्रधान को उनके ही अंगरक्षक द्वारा उनके आवास पर गोलियों से भून डाला गया। उस रात के बाद दिल्ली में जो सिक्ख समुदाय के साथ हुआ वह जगजाहिर है। उक्त बातें आसनसोल के व्यवसायी सह सामजसेवी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने कहा कि आज वही हमारे सिद्धू जी को सामने खड़ा कर इमरान खान को अपना बड़ा भाई बताने पर भी हमारी कांग्रेस के प्रधान एवं देशहित के लिए सिद्धू जी को कुछ न कहकर हमारे सच्चे देशभक्त सिक्ख समुदाय को आग में झोंक देना चाहती है। यह हमारे सिख भाइयों के लिए बहुत बड़ा विचारणीय प्रश्न है। हमारे सिक्ख किसान भाई जो संख्या में अधिक हैं। उन्हें देश की विघटन वादी ताकतें दिशाहीन कर रही हैं। आगे भविष्य में यह खेल उनके लिए जो सच्चे किसान भाई हैं एवं जो छोटे एवं मझोले किसान भाइयों के बारे में सोचते हैं। उनका रंग फीका न पड़ जाए। सत्ता के लिए राष्ट्र विरोधी ताकतें सिर उठाने की कोशिश कर रही एवं देशहित के लिए इन पर विराम लगाना बहुत आवश्यक हो चुका है।