रक्षाबंधन पर थाली में जरूर रखें ये 5 चीजें, जानें राखी बांधने का मंत्र
कोलकाता । हिन्दू धर्म में रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहनों के प्रेम का प्रतीक माना गया है। ये पर्व हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। ऐसे में आज रक्षाबंधन है। इस दौरान बहनें अपने भाइयों की समृद्धि और लंबी आयु के लिए, उनकी कलाई पर रंग-बिरंगी राखियां बांधती हैं वहीं भाई भी अपनी बहनों को उनकी रक्षा का वचन देते हैं और उपहार देते हैं। आज रक्षा बंधन के लिए अति उपयोगी सामग्री एकत्रित कर लें। दरअसल इन 5 चीजों के बिना राखी का पर्व अधूरा माना जाता है। इस लिए आइए जानते हैं कि पूजा की थाली में किन 5 चीजों का होना जरूरी है और राखी बांधते वक्त कौन सा मंत्र बोलना चाहिए। रक्षाबंधन के पर्व में सबसे जरूरी चीज राखी होती है। इस लिए बहनों को चाहिए कि पूजा की थाली में राखी जरूर रखें। यदि संभव हो तो राखी का रंग राशि के अनुसार ही चुनें।
रोली या हल्दी पाउडर
राखी बांधते समय बहनें सबसे पहले भाइयों को तिलक लगाती हैं। ऐसे में तिलक लगाने के लिए रोली का होना बहुत जरूरी है। रोली के स्थान पर हल्दी पाउडर से भी तिलक लगाया जा सकता है। रक्षाबंधन के दिन पूजा थाली में रोली को जरूर रखें।
अक्षत (साबूत चावल)
तिलक लगाने के बाद माथे पर चावल भी लगाया जाता है।इसको अक्षत भी कहते हैं। ध्यान रहें कि चावल टूटा हुआ नहीं होना चाहिए। रक्षाबंधन के दिन पूजा की थाली में चावल जरूर रखें।
आरती के लिए दीपक
रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाईयों की आरती भी उतराती हैं। आरती उतारने के लिए पूजा की थाली में दीपक का होना जरूरी है। इस लिए इसके बिना राखी अधूरी मानी जाती है।
मिठाई
रक्षाबंधन के पावन पर्व में बहनें भाई को मिठाई खिलाती हैं। इसलिए पूजा की थाली में मिठाई का होना जरूरी होता है।
राखी बांधने का मंत्र
बहनें भाई की कलाई में राखी बांधती हैं। राखी बांधते समय इस मंत्र को जरूर पढ़ना चाहिए।
‘ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल’