आसनसोल लोकसभा उपचुनाव छिटपुट घटनाओं के साथ शांतिपूर्ण तरीका से सम्पन्न, 64.03 फीसदी हुआ मतदान
आसनसोल । आसनसोल लोकसभा उपचुनाव छिटपुट घटनाओं के साथ शांतिपूर्ण तरीका से संपन्न हुआ। आसनसोल की जनता ने 64.03 फीसदी मतदान किया। इस चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस के साथ अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई थी। मंगलवार को सुबह से ही लोकसभा केन्द्र के साथ विधानसभा के विभिन्न बूथों पर मतदाताओं की भीड़ देखी गई। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांति पूर्ण तरीके से हुआ। हालांकि जामुड़िया, बाराबनी और पांडवेश्वर से इक्का दुक्का घटनाओं की ख़बर आई। बाराबनी में जब भाजपा प्रत्याशी अग्निमित्रा पाल पंहुची तो टीएमसी समर्थको ने उनका विरोध किया। देखते देखते मामला बढ़ने लगा। भाजपा प्रत्याशी के सुरक्षा कर्मियों ने हंगामा कर रहे तृणमूल समर्थकों को वहां से निकालने की कोशिश करने लगे तो टीएमसी समर्थकों द्वारा पत्थरबाजी भी की गई। वहीं जामुड़िया में भाजपा मंडल दो के अध्यक्ष गौतम मंडल की बुरी तरह से पिटाई की गई। वह चिचुरिया में एक बुथ पर भाजपा के पोलिंग एजेंट थे। आरोप है की जब वह खाना खाने बुथ से बाहर आए तो टीएमसी आश्रित गुंडों ने उनकी पिटाई कर दी। उनको गम्भीर हालत में बहादुरपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से दुर्गापुर के एक गैर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पांडवेश्वर में भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी को झांझरा इलाके में जाना चाह रहे थे। उनको राज्य पुलिस द्वारा रोका गया। इस पर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि उनके पास पांडवेश्वर में कहीं भी जाने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति है। इसे लेकर जितेंद्र तिवारी और पुलिस अधिकारियों के बीच करीब दो घंटे तक बहस होती रही। उसके बाद ऑब्जर्वर को सूचना मिली तो उनकी पहल पर पांडवेश्वर में जितेंद्र को पांडवेश्वर विधानसभा में प्रवेश करने दिया गया।