टीएमसी पर विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा का आरोप लगाते हुए भाजपा ने लगाई चित्र प्रदर्शनी
आसनसोल । भाजपा की ओर से बर्नपुर रोड स्थित भाजपा कार्यालय के सामने चित्र प्रदर्शनी लगाई गई। बीते साल के बंगाल विधानसभा चुनाव की परिणाम के बाद से ही इस राज्य में टीएमसी पर हिंसा का सहारा लेने का आरोप लगाया जाता रहा है। भाजपा का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद टीएमसी द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले किए गए उनकी हत्या की गई। भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं से दुष्कर्म किए गए। इसी को लेकर बुधवार को आसनसोल में एक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस संदर्भ में जिला भाजपा अध्यक्ष दिलीप दे ने कहा कि 2021 की 2 मई के बाद जब तृणमूल कांग्रेस की तीसरी बार सरकार बनी। भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर बेतहाशा अत्याचार हुए। उनके कार्यकर्ताओं की हत्या की गई हैं। इसी दर्द को लोगों तक पहुंचाने के लिए और तृणमूल कांग्रेस के इस घृणित चेहरे के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए पूरे बंगाल में इस तरह की चित्र प्रदर्शनी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि आज की चित्र प्रदर्शनी में भाजपा के उन मृत कार्यकर्ताओं और समर्थकों की तस्वीरें हैं जिनको टीएमसी द्वारा हत्या किया गया था। उन्होंने कहा कि ऐसे चित्र प्रदर्शनी पूरे बंगाल में विभिन्न जगहों पर लगाई गई है। दिलीप दे ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता इस दर्द को कभी नहीं भूल सकता और इस दर्द को भाजपा कार्यकर्ताओं के दिलों में जिंदा रखने के लिए ही इस तरह की चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता है। इस घटना को भुला नहीं है और एक न एक दिन लोकतांत्रिक तरीके से इसका बदला जरुर लिया जाएगा। वहीं आसनसोल जिले के भाजपा महामंत्री बप्पा चटर्जी ने कहा के 2 मई 2021 के बाद 1 साल के ऊपर समय बीत चूका है, लेकिन अभी भी टीएमसी की गुंडागर्दी कायम है। उन्होंने कहा कि बीते 1 साल में टीएमसी द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को मार कर पेड़ पर टांग दिया गया। भाजपा समर्थकों के घरों की महिलाओं से दुष्कर्म किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 216 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है। बप्पा चटर्जी ने कहा कि 2 मई से लेकर 10 मई तक भाजपा की तरफ से यह आंदोलन चलेगा और यह आंदोलन पूरे बंगाल में हर जिले हर मंडल स्तर पर किया जाएगा। ताकि बंगाल की जनता तक तृणमूल कांग्रेस का असली घृणित चेहरा पहुंचाया जा सके।
भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में उस दर्द को जिंदा रखा जा सके जो दर्द तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करके दिया गया है।