बर्नपुर वॉलंटरी ब्लड डोनर्स एसोसिएशन ने तृणमूल प्रदेश सचिव वी शिवदासन दासु को किया सम्मानित
आसनसोल । रक्तदान से महान कोई दान नहीं होता, रक्त की एक बूंद किसी इंसान की जिंदगी बचा सकती है और आसनसोल शिल्पांचल सहित पूरे दक्षिण बंगाल में रक्तदान को एक आंदोलन का रूप देने वाले व्यक्ति का नाम है प्रबीर धर जो बीते 3 दशकों से भी ज्यादा समय से इस पूरे क्षेत्र में रक्तदान शिविरों का आयोजन करते आ रहे हैं। उनके इस कार्य से अब तक न जाने कितने हजारों व्यक्तियों की जान वह बचा चुके है। शिल्पांचल में रक्तदान आंदोलन के प्रणेता प्रबीर धर ने बुधवार को तृणमूल प्रदेश सचिव वी शिवदासन दासू को उतरी ओढ़कर, मां काली की प्रतिमा, मोमेंटो एवं रक्त के प्रतीक मेडल पहनकर सम्मानित किया। दरअसल रक्तदान आंदोलन के 39 साल पूरे होने पर बर्नपुर वॉलंटरी ब्लड डोनर्स एसोसिएशन की तरफ से उनको सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रबीर धर ने कहा कि आज से 39 साल पहले 28 मई को बंगाल में रक्तदान आंदोलन की शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा कि बंगाल में रक्त दाताओं का सबसे पहला संगठन एसोसिएशन आफ वॉलंटरी ब्लड डोनर्स वेस्ट बंगाल नाम से गठित हुआ। यह वर्ष 1980 की बात थी। वर्तमान में इस संगठन का कार्यालय सियालदह में है। उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 1983 में 28 मई को बर्नपुर सेल आईएसपी में रक्त काली की पूजा करके रक्तदान आंदोलन की शुरुआत हुई थी। उसी इतिहास को मद्देनजर रखते हुए हर साल 28 मई को रक्तदान आंदोलन का स्थापना दिवस मनाया जाता है। उस दिन ब्लड ग्रुप विभाजित करने वाले डॉक्टर कॉर्ल लैंडस्टाइनर के नाम पर समाज के विशिष्ट लोगों को सम्मानित किया जाता है। लेकिन स्थापना दिवस के दिन वी शिवदासन दासु किन्ही कारणों से उपस्थित नहीं हुए थे। यही वजह है कि बुधवार को उनके कार्यालय में उनको सम्मानित किया गया। प्रबीर धर ने कहा कि उनको सम्मानित करके वह खुद एवं उनका पूरा टीम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। इस मौके पर महावीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा, तृणमूल नेता आकाश मुखर्जी सहित अन्य मौजूद थे।