आसनसोल । आसनसोल नगर निगम के 28 नंबर वार्ड के कांग्रेस पार्षद गुलाम सरवर ने नगर निगम के कमिश्नर राहुल मजेदार को एक पत्र लिखकर नगर निगम टेंडर के नाम पर चल रही अनियमता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई कंपनियां जाली दस्तावेज के सहारे नगर निगम के कार्य कर रहे हैं और बिना काम को अंजाम दिया ही लाखों करोड़ों का बिल बना रहे है जिससे आम जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे पर सेंधमारी की जा रही है। उदाहरण के लिए उन्होंने प्रियश्री और सीमा को कंपनियों के नाम बताएं। उनका आरोप है कि इन कंपनियों ने जाली दस्तावेज के जरिए नगर निगम के विभिन्न कार्यों के टेंडर को हासिल किया।गुलाम सरवर ने कहा कि जब उन्होंने इस बात की शिकायत की भी तब भी सही तरीके से जांच नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जाली दस्तावेज के जरिए टेंडर हासिल करना आसनसोल नगर निगम में एक रवायत सी बन चुकी है। उन्होंने सामंता कंस्ट्रक्शन नामक एक और कंपनी का उदाहरण दिया और कहा कि इस कंपनी के बारे में प्रदीप सामंत ने भी जारी दस्तावेज के जरिए एक कांट्रेक्टर हासिल करने की कोशिश की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदीप सामंत ने सोना एंटरप्राइज के साथ अपने समझौते का फर्जी दस्तावेज नगर निगम में जमा किया था। उन्होंने कहा कि टेंडर के ई-पोर्टल पर यह दस्तावेज है और कोई भी इसे डाउनलोड कर गुलाम सरवर द्वारा लगाए गए आरोपों की सत्यता की पुष्टि कर सकता है। हालांकि सोना एंटरप्राइजेज बाद में सामंत कंस्ट्रक्शन के खिलाफ शिकायत दर्ज करते हुए इसे खारिज करने का आवेदन किया। तब जाकर ये मामला सामने आया कि सामंत कंस्ट्रक्शन ने जारी दस्तावेज के जरिए टेंडर हासिल करने की कोशिश की थी। लेकिन इसके बाद भी समंत कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया और वह आज भी अन्य टेंडर प्रक्रिया में शिरकत कर रहे हैं। गुलाम सरकार ने अपने पत्र के जरिए कमिश्नर राहुल मजूमदार से इन सभी अनैतिक और अवैध क्रियाकलापों पर नजर रखने उनकी जांच करने का आग्रह किया था कि भविष्य में कोई भी जाली दस्तावेज के जरिए टिंडर हासिल करने की सोच भी न सके।