दिल्ली । आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। आज शनि देव की पूजा करने का दिन है। शनि देव को नीले फूल, काले या नीले वस्त्र, अक्षत्, काला तिल, रोली, धूप, दीप, गंध, सरसों का तेल आदि चढ़ाना चाहिए। उसके बाद शनि चालीसा, शनि स्तोत्र, शनि कथा आदि का पाठ करना चाहिए। व्रत हैं, तो शनिवार व्रत कथा का पाठ करें या श्रवण करें। इससे आपको व्रत का पुण्य प्राप्त होगा। शमी के पत्ते अर्पित करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। जिनकी कुंडली में शनि दोष, शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या की दशा होती है, उनको शमी के पेड़ की पूजा करने का सुझाव दिया जाता है। इसके अलावा किसी शनि मंदिर में जाकर एक बड़े दीपक में सरसों का तेल भरकर उसमें अपनी छाया देखकर दान कर दें। छाया दान करने से भी शनि पीड़ा से राहत मिलती है। शनिवार के दिन आप वीर हनुमान जी की पूजा करें या फिर रामचरितमानस के सुंदरकांड का पाठ करें। आपके संकटों का नाश होगा, बजरंगबली की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ेगी। पवनपुत्र हनुमान जी की आराधना करने से शनि देव परेशान नहीं करते हैं।उस व्यक्ति को साढ़ेसाती या ढैय्या की दशा में राहत मिलती है। इसमें राहत पाने के लिए ज्योतिषी लोगों को नाव की कील या घोड़े की नाल की कील से बनी गोल रिंग दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में पहनने को कहते हैं। यदि आप ये सब नहीं कर सकते हैं, तो शनि देव को प्रसन्न करने का सबसे आसान उपाय है असहाय, गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करना। आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी होगी आज ग्रहोंकी चाल।
09 जुलाई 2022 का पंचांग
आज की तिथि – आषाढ़ शुक्ल दशमी
आज का करण – तैतिल
आज का नक्षत्र – स्वाति
आज का योग – सिद्धि
आज का पक्ष – शुक्ल
आज का वार – शनिवार
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 06:00:00
सूर्यास्त – 07:29:00
चन्द्रोदय – 14:43:59
चन्द्रास्त – 25:47:00
चन्द्र राशि– तुला
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1944
शुभकृतविक्रम सम्वत – 2079
काली सम्वत – 5123
दिन काल – 13:52:32
मास अमांत – आषाढ
मास पूर्णिमांत – आषाढ़
शुभ समय – 11:58:21 से 12:53:52 तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त– 05:29:50 से 06:25:21 तक, 06:25:21 से 07:20:51 तक
कुलिक– 06:25:21 से 07:20:51 तक
कंटक– 11:58:21 से 12:53:52 तक
राहु काल– 09:22 से 11:03 तक
कालवेला/अर्द्धयाम– 13:49:22 से 14:44:52 तक
यमघण्ट– 15:40:22 से 16:35:52 तक
यमगण्ड– 14:10:11 से 15:54:15 तक
गुलिक काल– 06:00 से 07:41 तक