शिक्षक घोटाले मामले में चल रही ईडी की जांच के दौरान काजी नजरुल यूनिवर्सिटी ने मोनालिसा से बनाई दुरी
दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सेमिनार के बैनर से मोनालिसा का नाम हटाया
आसनसोल । पश्चिम बंगाल शिक्षक घोटाले मामले में बीते सात दिनों से चल रही केंद्रीय एजेंसी ईडी की लगातार छापामारी और कार्रवाई के दौरान राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री व वर्तमान के केबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है, साथ में उनकी काफ़ी करीबी महिला दोस्त अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। 23 जुलाई से अर्पिता और पार्थ पटर्जी ईडी के गिरफ्त में हैं, हालांकि ईडी के पूछताछ के दौरान पार्थ चटर्जी ने ईडी के सामने अपना कभी भी मुह नही खोला, पर उनकी महिला दोस्त व उनकी राजदार अर्पिता ने सलाखों के पीछे जाने के भय से अपना मुह खोली है। वहीं अगर हम पार्थ की एक और करीबी मोनालिसा दास की बात करें तो मोनालिसा दास नदिया जिले के कल्याणी की रहने वाली हैं और वह आसनसोल स्थित काजी नजरुल यूनिवर्सिटी में बांग्ला विभाग की एचओडी के पोस्ट पर हैं। वह आसनसोल में एक किराये के मकान में रहती हैं। बताया जा रहा है की उनका एक घर बिरभूम जिले के बोलपुर शांतिनिकेतन में भी है। वह बीते तीन सप्ताह से आसनसोल में नही हैं। सूत्रों से मिली जनकारी से यह पता चला है की वह बांग्लादेश गई हैं, यहीं नहीं ईडी के जांच के घेरे में मोनालिसा के आने की खबर सामने आते ही अब यूनिवर्सिटी ने भी मोनालिसा दास से अपना किनारा कर लिया है, जिसका प्रमाण यूनिवर्सिटी मे चल रहे विद्रोही कवि काजी नजरुल इस्लाम की याद मे दो दिवसीय सेमिनार के दौरान सामने आया है, यूनिवर्सिटी के पोर्टल में तीन दिनों पहले एक बैनर लगा था, जिस बैनर में मोनालिसा का फोटो लगा था जिसमे उनको चीफ एडवाइजर के तौर पर रखा गया था, पर दो दिन बाद उस बैनर को हटा लिया गया, और एक और बैनर अपलोड किया गया, जिस बैनर में मोनालिसा का नाम गायब है, जब सेमिनार के आयोजक कर्ताओं से इस पुरे मामले मे बात की गई तो उन्होंने इस मामले मे अपनी चुप्पी साध ली और मामले मे कुछ भी बोलने से साफ इनकार करते हुये यह कहा की दूसरी विषय पर अगर बात हो तो अच्छा है, मोनालिसा के मुद्दे पर वह कुछ भी बात नही करना चाहते है। वहीं सेमिनार में उपस्थित एक और सदस्य ने मोनालिसा को पहचानने तक से इनकार कर दिया। ऐसे में यूनिवर्सिटी के तरफ से मोनालिसा को लेकर बनाई जा रही यह दुरी कुछ और ही इसरा कर रही है। हालांकि यूनिवर्सिटी सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है की मोनालिसा की छुट्टी तीन अगस्त को ख़त्म हो जायेगी। यानि के वो चार अगस्त को यूनिवर्सिटी जॉइन कर सकती हैं। जिसपर केंद्रीय एजेंसि ईडी की भी नजर है तो क्या मोनालिसा तीन अगस्त को एक बार फिर से यूनिवर्सिटी में देखी जा सकती हैं या फिर उनको एजेंसियों की छान बिन का पहले ही आभास हो चूका था। जिस कारण वह पहले ही इस मामले से खुदको दूर करते हुये कहीं फरार हो गई।