रानीगंज। खनन क्षेत्र रानीगंज में पंचायत चुनाव से पूर्व बुधवार को छात्राओं ने रानीगंज गर्ल्स कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग के शिक्षकों के साथ समाजशास्त्र के पाठ में भाग लिया, जिसका उद्देश्य छात्राओं के मन में पंचायत गठन और पंचायतों की कार्यप्रणाली के प्रति जागरुकता पैदा करना था। कुछ दिनों बाद पंचायत चुनाव होने हैं और उससे पहले पंचायतों में महिला सशक्तिकरण कैसे लागू हुआ है, इस पर विशेष नजर रखी गई। ध्यान दें कि चूंकि इस पंचायत की मुखिया एक महिला है, इसलिए महिलाओं का सशक्तिकरण कितना प्रभावी रहा है, यह भी यहां देखा जा सकता है। बता दें कि राज्य सरकार ने महिलाओं और अनुसूचित जनजाति के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित की हैं। उसी के मद्देनजर इस दौरे का खास मकसद यह पता लगाना था कि महिलाओं के काम करने के तरीके छात्रों के दिमाग पर कैसे असर डालते हैं। इस दिन 36 गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने बल्लभपुर पंचायत के चार मौजों के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया और क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जाना। क्षेत्र में बहते पानी के उपयोग के सभी उपलब्ध साधनों को लागू किए बिना भूजल निकासी देखी जाती है। वहीं, क्षेत्र की सबसे ज्वलंत समस्या प्रदूषण की समस्या है, जिससे बल्लभपुर के कई हिस्से बुरी तरह प्रभावित हैं और वहां के लोगों को परेशानी हो रही है। इस संदर्भ में राज्य विज्ञान विभाग की प्राध्यापक सुचेता कुंडू ने कहा कि उन्होंने छात्रों के मन में पर्यावरण शासन का विचार जगाने के उद्देश्य से इस तरह के दौरे कराने की पहल की है। इस संदर्भ में पंचायत प्रमुख ममता प्रसाद ने अपने क्षेत्र की कुछ समस्याओं को छात्रों के सामने रखा। उन्होंने यह भी दावा किया कि वे इसे हल करने के लिए पहल कर रहे हैं।