धार्मिक सामाजिक और सांस्कृतिक कार्य में कृष्णा प्रसाद की है सक्रिय भूमिका, आसनसोल में बनेगा बागेश्वर धाम मंदिर
आसनसोल । समाज का गठन समाज को एकजुट करने, शिक्षित करने, जरूरतमंदों की मदद करने और समाजसेवा करने के उद्देश्य से बीते 27 वर्षों से शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी सह व्यवसायी कृष्णा प्रसाद लगे हुए है। कृष्णा प्रसाद अपने सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यो में पूरे शिल्पांचल में सक्रिय है और अपने उद्देश्यों को लेकर सक्रिय भूमिका निभा रहे है। धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम वर्षभर करते रहते हैं। भव्य कार्यक्रमों को लेकर अलग अलग रणनीति तय कर अंतिम रूप देते है।कृष्णा प्रसाद ने एक विशेष वार्ता में शिल्पांचल टुडे को बताया कि बीते एक सप्ताह से मध्यप्रदेश के देवभूमि उज्जैन में महाकालेश्वर में पूजा अर्चना एवं रुद्राविषेक कर पूरे शिल्पांचल वासियों के स्वास्थ्य और मंगलकामना, सुख शांति की कामना की। उन्होंने कहा कि बीते 2 साल कोरोना काल में लाखों लोगों को सेवा दी गई। कृष्णा कीट वितरण किया गया था। उन्होंने कहा कि उनसे जो बनता है, वह निःस्वार्थ भाव से करते है। आगे उन्हें क्या करना है, भगवान जानते है। उन्हें एमपी, एमएलले या कॉन्सिलर बनना है या नहीं यह सब जनता जनार्धन पर निर्भर करता है। पूरे शिल्पांचल में छठ पूजा को लेकर काफी ख्याति प्राप्त किया है। कृष्णा प्रसाद ने बताया कि वह सामाजिक कर्ता है। समाज के लिए जीता और मरता हूं। वह भी निःस्वार्थ करता हूं। वहीं उन्होंने कहा कि पद स्थान मिलने से मनुष्य बढ़ चढ़ कर कार्य करता है। उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान बागेश्वर धाम में महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी से मिले। मंदिर में साक्षात महाराज जी से मिलने का मौका मिला। उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ। उन्होंने जो हमें आशीर्वाद दिया। उसे उन्होंने ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि बागेश्वर धाम में टिन का शेड बनाने का मौका मिला। वहीं उन्होंने कहा कि उनके लाखों करोड़ों भक्त हैं, उन भक्तों में उन्होंने उन्हें स्वीकार किया। कुछ बातें उनसे हुई। वहीं कृष्णा प्रसाद ने शिल्पांचल में भी बागेश्वर धाम जी का मंदिर बनाने का संकल्प लिया। महाराज जी ने उन्हें कहा कि शिल्पांचल में भव्य बागेश्वर धाम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन वह खुद स्वयं कराएंगे। कृष्णा प्रसाद ने कहा कि बागेश्वर धाम का मंदिर शिल्पांचल में बहुत जल्द बनने जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2023 में महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का कथा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पश्चिम बंगाल पड़ोसी राज्य झारखंड, बिहार, यूपी से लगभग उनके लाखों की संख्या में भक्त उपस्थित होंगे। कृष्णा प्रसाद ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उनका चरण शिल्पांचल में पड़ने से शीलपंचक की भूमि पवित्र होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में पड़ रहे भीषण गर्मी को देखते हुए शिल्पांचल में 11 प्याऊ का व्यवस्था करेंगे। इसके साथ ही आसनसोल नगर निगम क्षेत्र में पांच टैंकर से पानी विभिन्न वितरण महाराज जी और दिव्य कृष्णा सरस्वती ट्रस्ट के नाम से जल सेवा नि:शुल्क मुहैया किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि किसी भी इलाके में जल संकट होने पर वहां के स्थानीय लोग यदि उनसे संपर्क करते हैं तो उन्हें टैंकर के माध्यम से पानी की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह आसनसोल नगर निगम, ईसीएल सहित सरकारी संस्थाओं से पानी खरीद कर इलाके में जल संकट को दूर करने का बीड़ा उठाया है।
कृष्णा प्रसाद ने कहा कि 1 मई को सुबह-सुबह 2100 माता बहनों के द्वारा प्रभु कला छठ घाट से एक कलश यात्रा शुरू होगी, जो ली पाड़ा स्थित शिव मंदिर पर आकर समाप्त होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी माता बहनों को एक समान वस्त्र दिया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। वहीं उन्होंने कहा कि कलश यात्रा का जल स्थापित करने के बाद वहां 24 घंटे का अष्टयाम किया जाएगा। उसके बाद 2 तारीख की शाम को जागरण किया जाएगा। अंत में कृष्णा प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल को शुद्ध बंगाल बनाना है। बंगाल में जो काल मंडल आ रहा है। वह काल महाकाल के पूजा कर प्रार्थना कर दूर करने का संकल्प लिया है। वहीं महाकालेश्वर और वह महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के आशीर्वाद से समाज सेवा में और बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रभु जी जो लोग भटक चुके हैं, उन्हें सद्बुद्धि दीजिए जो गलत कार्य कर रहे हैं, गलत कार्य न करे। वहीं शिल्पांचल में जो लोग डरे हुए है, उन्हें हिम्मत दे। जो निर्भय होकर समाजसेवा में आगे आए।