शोकाकुल परिवार के श्राद्ध भोज का बीड़ा उठाया विशिष्ट समाजसेवी कृष्ण प्रसाद, कहा – इंसान होने का अदा किया फर्ज
आसनसोल । आसनसोल के कल्ला बाईपास मोड़ स्थित मजदूर रामाशीष महतो के स्वर्गवास बीते 5 दिन पहले हो गया था। रामाशीष महतो का परिवार बेहद ही गरीब परिवार है। वह परिवार के एकमात्र कमाने वाले थे। वह अपना भरा पूरा परिवार छोड़ कर चले गए। उनके मृत्यु के बाद परिवार पर जैसे मानो पहाड़ टूट पड़ा। उनका अंतिम संस्कार करने के लिए भी परिवार के पास आर्थिक व्यवस्था नहीं थी। इधर उधर से रुपया जोगार कर उसका अंतिम संस्कार किया गया। इसकी सूचना शिल्पांचल के विशिष्ट समाजसेवी, व्यवसायी सह धार्मिक प्रवृत्ति के धनी कृष्णा प्रसाद को मिली। सूचना मिलते ही वह शोकाकुल परिवार से मिलने रविवार उसके घर पहुंचे। परिवार वालों को उन्होंने इस दु:ख की घड़ी में धैर्य धारण करने की ढाढस दी। उन्होंने कहा कि रामाशीष महतो की श्राद्ध का पूरा खर्चा देने का वादा किया। उनके परिवार में कभी भी किसी भी चीज की जरूरत पड़ने पर मदद करने का आश्वासन दिया। कृष्ण प्रसाद ने कहा कि एक परिवार पर उस समय आफत आ परती है, जब परिवार के कमाऊ सदस्य की इलाज के बाद मौत हो जाती है। वही स्थिति रामाशीष महतो के परिवार के साथ हुई। परिवार अत्यंत गरीब है। मृतक मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। परिजन के पास उतने पैसे नहीं है कि मृतक रामाशीष महतो की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध भोज करा सके। इस परिस्थिति में उन्होंने रामाशीष महतो के श्राद्ध भोज का बीड़ा उठाया। रामाशीष महतो का श्राद्ध पूरे हिन्दू रीति रिवाज के साथ किया जाएगा। ब्राह्मण भोज के साथ समाज के सैकड़ो लोगों को श्राद्ध भोज कराया जाएगा। ताकि रामाशीष महतो की आत्मा को शांति मिले। सनद रहे कि कृष्णा प्रसाद ऐसे कुछ सामाजिक कार्य कर रहे हैं कि वह बहुमुखी प्रतिभान बनते जा रहे हैं। उनके सामाजिक और धार्मिक कार्यों की चर्चा पूरे शिल्पांचल के घर घर में हो रही है।