अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन ने किया राष्ट्रव्यापी थैलेसिमिया जागरूकता सप्ताह का ऑनलाइन समापन समारोह संपन्न
आसनसोल । अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की नीरा बथवाल (राष्ट्रीय अध्यक्षा), रुपा अग्रवाल (राष्ट्रीय सचिव) के सानिध्य में सुशीला फरमानिया (राष्ट्रीय प्रकल्प प्रमुख – नेत्र, अंग, देह एवं रक्तदान प्रमुख) के नेतृत्व में थैलेसीमिया साप्ताहिक कार्यक्रम संपन्न हुए। इस कार्यक्रम में थैलेसीमिया पेशेंट हेतु रक्तदान शिविर एवं सेवा तथा 14 मई मातृत्व दिवस के उपलक्ष में थैलेसीमिया ग्रसित बच्चों के अपनी मां के प्रति विचार वीडियो व निबंध के माध्यम से एवं जन जागरण हेतु 12 वर्ष से अधिक सभी के लिए चित्रकला, प्रतिदिन थैलेसीमिया की जानकारी ई. मीडिया पर पोस्टरों के द्वारा तथा समिति सदस्यों के लिए ई. पोस्टर, भाषण एवं क्विज प्रतियोगिता इत्यादि प्रोग्राम लिए गए। जिसे 19 प्रांतों की 500 शाखाओं ने अपनी सुविधानुसार संपादित किया। 8 से 15 मई 2023 तक चल रहे थैलीसेमिया सप्ताह का समापन समारोह 15 मई 2023 को ऑनलाइन जूम वेबीनार द्वारा संपन्न हुआ। 100 सदस्यों की उपस्थिति जूम पर तथा अनेकानेक जन समूह की उपस्थिति फेसबुक लाइव पर रही। इस कार्यक्रम में मंच संचालन राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अंजू मित्तल, गणेश वंदना राष्ट्रीय रक्तदान सखी रूबी खेमानी द्वारा किया गया। थेलेसीमिया के लक्षण क्या है तथा निवारण हेतु क्या करना चाहिए (वक्तव्य 1 मिनट के वीडियो में) अनगिनत शाखा सदस्यों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया लेकिन जिसे 12 प्रांतों ने अपने यहां से प्रथम स्थान पर चयनित करके राष्ट्रीय कार्यालय तक पहुंचाया। उन वीडियो का प्रसारण वेबीनार का मुख्य आकर्षण रहा। वीडियो कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय नेत्रदान सखी पूनम जयपुरिया द्वारा किया गया। रचना जैन (असम), सुषमा लाहोटी (तेलंगाना), मीनाक्षी गर्ग (राजस्थान), आकांक्षा अग्रवाल (उत्तर प्रदेश), डॉ. निशा प्रकाश (बिहार), सुनीता अग्रवाल (मध्य-प्रदेश), सोनल उपाध्याय (महाराष्ट्र), अनामिका अग्रवाल (छत्तीसगढ़), रोशनी सेकसरिया (ओडिशा), मीना सिंघानिया (उत्तराखंड), दीपिका अग्रवाल (झारखंड) और शालिनी सोनथलिया (बंगाल) के वीडियो को इस वेबीनार में स्थान मिला। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संध्या अग्रवाल द्वारा सभी वीडियो का निष्कर्ष बहुत ही सुंदर तरीके से बताया गया। राष्ट्रीय अंग-दान सखी मधु डूमरेवाल द्वारा थैलेसीमिया विषय पर क्विज प्रतियोगिता खिलाई गई। जिसमें प्रथम स्थान पर गरिमा अग्रवाल (झारखंड), द्वितीय स्थान पर दीप्ति अग्रवाल, तीसरे स्थान पर स्नेहा टावरी (महाराष्ट्र) रहे। राष्ट्रीय देहदान सखी डॉ. राजकुमारी जैन द्वारा माननीय पदाधिकारियों के विचार लिए गए। अंत में धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय रक्तदान सखी रूबी खेमानी द्वारा किया गया। आसनसोल से मधु डुमरेवाल, सम्मेलन की राष्ट्रीय अंगदान सखी ने बताया कि अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के राष्ट्रीय प्रकल्प नेत्र, अंग, देह एवं रक्तदान प्रमुख, सुशीला फरमानिया के नेतृत्व में गत वर्ष से थैलेसीमिया सप्ताह मनाना प्रारंभ किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य थैलेसीमिया जैसी लाइलाज बीमारी से ग्रसित जनसंख्या वृद्धि की रोकथाम एवं मरीजों की सहायता एवं जागरूकता हेतु जनसाधारण का ध्यान आकर्षित करना है। ऐसे तो सेवा कार्य निरंतर ही चलते रहते हैं लेकिन सप्ताह के अंतर्गत इन कार्य को विस्तृत एवं वृहद रूप से किया जाता है। इस कार्यक्रम की सफलता का श्रेय राष्ट्र की सभी शाखा सदस्यों को जाता है क्योंकि उनके द्वारा ही तन – मन – धन से कार्यों को संपादित किया गया है।