समाज सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं – कृष्णा प्रसाद
आसनसोल । अपने लिए तो हर कोई जीता है, लेकिन समाज के लिए जीना भी एक तपस्या है। क्योंकि समाज सेवा से बड़ा कोई भी धर्म नहीं है। इसका मौका भी हर किसी को नहीं मिलता, भगवान यदि किसी को इस लायक बनाता है तो उसे हर हाल में जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए। ऐसा ही एक व्यक्ति हैं शिल्पांचाल के आसनसोल कल्ला बाईपास निवासी समाजसेवी, व्यवसायी सह धार्मिक प्रवृत्ति के धनी कृष्णा प्रसाद। हां वही कृष्णा प्रसाद जो बीते 27 साल से अपने व्यवसाय के साथ सामाजिक और धार्मिक सहित सभी क्षेत्रों में अग्रणीय भूमिका निभा रहे हैं। फिलहाल बीते मार्च महीना से प्रत्येक दिन सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में सुर्खियों में है। उनके अंदर समाजसेवा इतनी कूट कूट कर भारी है कि वह दूसरे राज्यों में भी सामाजिक कार्यो में अग्रसर रहते है। आप सभी जानते है कि दिल को दहला देने वाली ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन हादसा। जिसमें सैकड़ों परिवारों ने अपने घर के चिराग को दिए। किसी की मां, किसी के पिता, किसी का भाई, किसी की बहन, किसी का दोस्त इस रेल दुर्घटना में स्वर्ग लोक पधार गए जबकि सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं। यह सब सुनकर मन बहुत दुखी था। जिस वजह से कृष्णा प्रसाद अपनी पूरी टीम के साथ बालासोर पहुंचे ताकि यथासंभव कुछ पीड़ित परिवारों की मदद कर सकें उन्होंने अपने 4 तारीख के विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम के संपूर्ण होने के बाद 5 तारीख को पर्यावरण दिवस मना कर ओडिशा के बालासोर के लिए रवाना हुए। वह रात्रि 2 बजे फकीर मोहन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बालासोर पहुंचे। पहुंचने के बाद उनका मन बहुत दुखी हुआ। उन्होंने भगवान से यही प्रार्थना किया कि घायलों को जल्द से जल्द ठीक होने की ताकत दें और मृतकों को आत्मा की शांति मिले। इस संबंध में कृष्णा प्रसाद ने कहा कि यह बहुत ही मर्माहित दिल को दहला देने वाली घटना है। दो ट्रेन और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गई। जिसमें 300 लोगों की मृत्यु हुई है। वहीं लगभग एक हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए है। पहले बालासोर में 6 तारीख की रात पहुंचे। रात्रि के समय मरीजों एवं उनके परिजनों से मिले। सरकारी मदद के अलावा उनलोगों को जिस भी चीज की जरूरत हो वह उसे पूरा करने का आश्वासन दिए। उसके बाद भुनेश्वर के एम्स अस्पताल पहुंचे। वहां लगभग 40 मरीज से मिले। कुछ मरीजों को छुट्टी हो गई है मगर वह ट्रेन से जाना नहीं चाहते है। उनके मन में अभी भी भय समाया हुआ है। पूरे भयभीत है। वैसे मरीजों को एम्बुलेंस से घर पहुंचाने की व्यवस्था किया। वहीं उन्होंने कहा कि चार ऐसे मरीज को देखा जिसका अभी तक कोई पहचान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि चारो मरीज का फोटो वह अपने फेसबुक पेज पर शेयर करेंगे। ताकि उनके परिवार तक मैसेज पहुंचा सके। उन्होंने कहा कि इसे राजनीतिक रंग न दिया जाए। यहां सभी पार्टी के प्रतिनिधि आये। सामाजिक मानसिकता से आकर इस कार्य में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का मदद किया जा सके। इलाज के संबंध में उन्होंने कहा कि वह तीनों जगहों पर गए बहुत अच्छा इलाज चल रहा है। यहां की सरकार काफी सक्रियता से कार्य कर रही है। कृष्णा प्रसाद ने बताया कि सभी जगहों पर सहायता शिविर लगाया गया है। शिविर का भी दौरा किये। वह भी बोले कि जिस प्रकार के मदद की आवश्यकता होने पर वह मदद के लिए तैयार है। वहीं वहां के न्यूरो सर्जन मिले। चिकित्सक को कृष्णा प्रसाद ने अपना मोबाइल नम्बर दिए। उन्होंने कहा कि ट्रेन दुर्घटना में जितने लोग घायल है। उनको जिस भी चीज की जरूरत होगी। वह उसे पूरा करने का वादा किया। मौके पर उन्होंने कुछ पीड़ित मरीज और उनके परिजनों को आर्थिक मदद भी किया।
कृष्णा प्रसाद ने कटक में घोषणा किया की आसनसोल में 7 तारीख को जो लव जिहाद के खिलाफ मोमबत्ती जुलूस को रद्द किया। वही उन्होंने कहा की अब वह दिल दहलाने वाली ट्रेन दुर्घटना में जितने लोगों की मृत्यु हुई है। उनकी आत्मा की शांति के लिए मोमबत्ती जुलूस निकालेंगे। आसनसोल पहुंचने के बाद उसका दिन निर्धारित किया जाएगा।