हिंदी अकादमी ने कवि, विद्वान, लेखक एवं साहित्यकारों को किया सम्मानित
आसनसोल । आसनसोल नगर निगम द्वारा गठित हिंदी अकादमी की पहली सभा सोमवार को आयोजित की गई। यह सभा नगर निगम के सभाकक्ष में आयोजित की गई। शिल्पांचाल के कवि, विद्वान, लेखक, साहित्यकार, समाजसेवियों समेत अन्य पार्षदों ने उपस्थिति थे। इन सभी को हिंदी अकादमी की ओर से पुष्पगुच्छ एवं उत्तरीय पहना कर सम्मानित किया गया। अवसर पर मेयर सह अकादमी के चैयरमैन विधान उपाध्याय, एमएमआईसी सह वॉयस चेयरमैन देवेंदु भगत, टीडीबी कॉलेज के हिंदी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डीपी बर्नवाल, पूर्व विधायक सोहराब अली, बोरो चेयरमैन उत्पल सिन्हा, डॉ. देवाशीष सरकार, पार्षद तरुण चक्रवर्ती समेत अन्य कई गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मेयर विधान उपाध्याय ने सभा में उपस्थित सभी अतिथियों का अभिनंदन करते हुए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सिर्फ बिहार, उत्तर प्रदेश से आए लोग ही हिंदी नहीं बोलते, बल्कि हमारे बच्चे भी हिंदी भाषा पढ़ रहे हैं। उनकी दूसरी भाषा भी हिंदी है। उन्हेंने कहा कि लगभग डेढ़ साल बाद हिंदी अकादमी गठित हुआ। हिंदी भाषा के विकास के लिए निगम के तरफ से हर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और सिर्फ हिंदी ही नहीं समाज सेवा मूलक कार्यों में भी निगम हर तरीके से तत्पर रहेगी। वहीं हिंदी अकादमी के सचिव भोला कुमार हेला ने कहा कि आसनसोल नगर निगम के अंतर्गत गठित हिंदी अकादमी की यह पहली आयोजित सभा आयोजित की गई। यहां शिल्पांचल के कवि, लेखक साहित्यकार, समाजसेवियों के सहयोग से हिंदी के विकास के पथ पर अग्रसर करना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हिंदी भवन का नाम बदलकर अग्निकन्या नाम रखा गया। हिंदी भवन नाम को रखने के लिए निगम को प्रस्ताव दिया जायेगा। अकादमी के लाइब्रेरी को विकसित करना है। हिंदी माध्यम स्कूल के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस मौके पर साहित्यकार सृंजय, प्रोफेसर बीरु रजक, पवन गुटगुटिया, राकेश केडिया, आनंद पारिक, सुदीप अग्रवाल, मधु डुमेवाल, निधि पसारी सहित अन्य उपस्थित थे। कार्यक्रम के संयोजक दिनेश पांडेय ने अतिथियों को सम्मानित किया। वहीं भोला हेला ने कार्यक्रम का संचालन किया।