छात्रा से दुराचार मामला सही है या अफवाह, होनी चाहिए जांच – अग्निमित्रा पॉल
आसनसोल । ट्रैफिक मोड़ स्थित एक बंगला माध्यम स्कूल में एक छात्रा के साथ कथित तौर पर स्कूल के एक कर्मचारी द्वारा दुराचार करने के आरोपों को लेकर बीते गुरुवार स्कूल परिसर में अभिभावकों द्वारा जमकर बवाल काटा गया था। इसकी सूचना मिलने पर आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्र पाल आसनसोल पहुंची। उन्होंने स्कूल जाकर स्कूल की प्रधान शिक्षिका और अन्य शिक्षकों से मुलाकात की। इसके उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए अग्निमित्र पाल ने कहा कि राज्य के विधानसभा का सत्र चल रहा है। लेकिन इस घटना की गंभीरता को देखते हुए। वह आसनसोल आई है। ताकि खुद इस मामले के बारे में जानकारी हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि गुरुवार इस स्कूल परिसर में जो कुछ भी हुआ वह काफी दुर्भाग्य था। अगर सही में किसी छात्रा के साथ दुराचार की घटना हुई है तो दोषी को अवश्य कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। लेकिन अगर ऐसी कोई बात नहीं है तो जिसको पुलिस हिरासत में रखी है। उसको भी इंसाफ मिलना चाहिए। क्योंकि इस मामले में अभी तक कहीं से भी किसी ने भी शिकायत दर्ज नहीं कराई है और बिना शिकायत दर्ज कराएं किसी व्यक्ति को इस तरह से हिरासत में नहीं रखा जा सकता उन्होंने कहा कि इस मामले में कई चीजें काफी विवादास्पद लग रही है। अगर किसी छात्रा के साथ सही में दुराचार हुआ है तो वह कौन है, सोशल मीडिया पर एक पोस्टर डाला गया। लेकिन उस पोस्ट में कभी भी किसी छात्रा का नाम नहीं था या वह कहां रहती है, इसका भी पोस्ट में जिक्र नहीं था तो क्या यह पोस्ट सिर्फ सनसनी पैदा करने के लिए डाला गया था। स्कूल को बदनाम करने की साजिश के तौर पर यह काम किया गया था। इसकी भी जांच होनी चाहिए। यह बड़ी अजीब बात है कि जिस छात्रा से दुराचार होने की बात कही जा रही है। उसके अभिभावक द्वारा कहा गया है कि उनकी बेटी के साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है तो आखिर सच्चाई क्या है। यह जांच का विषय है और यह खुलकर सामने आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब आज उन्होंने स्कूल की प्रधान शिक्षिका से बात की तो उन्होंने कहा कि उनके साथ जो हुआ वह बेहद डरावना था। बस उनको मार नहीं पड़ी। यही गनीमत रही उन्होंने कहा कि प्रधान शिक्षिका इस पूरे घटनाक्रम से बेहद और टूट गई हैं। विधायक ने बताया कि वह आसनसोल दक्षिण थाना के प्रभारी से भी मिलेंगी और इस मामले की सघनता के साथ जांच की मांग करेंगी। उन्होंने कहा सबसे पहले स्कूल के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना होगा अगर सीसीटीवी खराब है तो यह भी शक पैदा करती है। उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी को लेकर इस तरह की बातें कही जा रही है कि उसने छात्रा से दुराचार किया। उसके खिलाफ वर्ष 2005 में भी कुछ इसी तरह के आरोप लगाए गए थे। लेकिन बाद में सबूतों के अभाव में मामले को बंद कर दिया गया और शिकायतकर्ता ने भी अपनी शिकायत वापस ले ली थी। उसके बाद आज तक उसके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। आज उसके बारे में इस तरह से बातें सामने आ रही हैं, लेकिन यहां भी किसी के द्वारा शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के भी बातें सामने आ रही हैं कि जिस छात्रा के साथ यह घटना हुई है उसके माता-पिता राजनीतिक दबाव के कारण खामोश हैं अगर ऐसी कोई बात है तो यह बात भी खुलकर सामने आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई घटना है तो बच्ची के माता-पिता उनसे, पुलिस प्रशासन से या मीडिया कर्मियों से संपर्क करें। क्योंकि सच्चाई को ज्यादा दिनों तक दबाकर नहीं रखा जा सकता उन्होंने एक बार फिर इस बात पर जोर दिया कि उस व्यक्ति का पता लगाना बेहद आवश्यक है। जिसने सोशल मीडिया पर यह पोस्ट किया था, जिससे यह सनसनी पैदा हुई उन्होंने कहा कि पुलिस को आसनसोल की जनता को यह बात बतानी होगी कि पूरा माजरा क्या है।