यातायात की भीड़ को कम करने के लिए आरओबी और आरयूबी के निर्माण में पूर्वी रेलवे आगे
कोलकाता । पूर्व रेलवे ने एक मिशन मोड में ट्रेन परिचालन के लिए अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी मानवरहित लेवल क्रॉसिंग (यूएमएलसी) को पहले ही समाप्त कर दिया है। परिवहन बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ सड़क और रेल यातायात दोनों की निर्बाध आवाजाही के लिए भारतीय रेलवे अब आरओबी (रोड ओवर-ब्रिज) और आरयूबी (रोड अंडर-ब्रिज) के निर्माण को प्राथमिकता दे रहा है ताकि मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग गेटों को भी खत्म किया जा सके। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए वित्त वर्ष 2022-23 में पूरे भारतीय रेलवे में कुल 145 आरओबी और आरयूबी का निर्माण किया गया है और चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक 163 आरओबी का निर्माण किया गया है। पूर्व रेलवे ने 2014-23 के दौरान कुल 199 आरओबी और आरयूबी का निर्माण पहले ही पूरा कर लिया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रगति की गति को पहले की तरह बरकरार रखते हुए अब तक 11 आरओबी और आरयूबी का सफलतापूर्वक निर्माण किया जा चुका है। मानवयुक्त लेवल क्रॉसिंग को आरओबी और आरयूबी से बदलने से करोड़ों रुपये की बचत होने की संभावना है, साथ ही स्थानीय लोगों को लेवल क्रॉसिंग पर आसानी से और बिना किसी रुकावट के रेलवे लाइन पार करने की सुविधा मिलेगी, जिससे समय और ईंधन की खपत दोनों में बचत होगी और साथ ही बढ़ी हुई सुरक्षा भी होगी। लेवल क्रॉसिंग को समाप्त करके ट्रेन संचालन को बढ़ावा देना। यह पहल समग्र रूप से रेलवे परिचालन की दक्षता में सुधार करेगी और सड़क और रेलवे से यात्रा करने वाली जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।