आसनसोल मंडल रेल यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा पर ज्यादा दे रहा है जो – चेतना नंद सिंह
आसनसोल । आसनसोल रेल मंडल अंतर्गत कई रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय बनाने का काम शुरू हो रहा है। उसी तरह रेलवे ने रेल यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा पर जोर देने के लिए कई पहल की है। उक्त बातें मंडल रेल प्रबंधक चेतना नंद सिंह ने शनिवार को मंडल रेल कार्यालय के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक आशीष भारद्वाज, वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक शांतनु चक्रवर्ती, वरीय सुरक्षा आयुक्त राहुल राज सहित मंडल के अन्य अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल के विभिन्न स्टेशनों से 4 करोड़ 32 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी। वर्तमान में इस मंडल से 120 यात्री ट्रेनें यात्रियों को ले जाती हैं। डीआरएम श्री सिंह ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आसनसोल रेल मंडल के कई स्टेशनों पर पैसेंजर ट्रेनों का नया स्टॉपेज दिया गया है। रूपनारायणपुर सहित उन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है, जहां 24 या अधिक बोगी की ट्रेनों के लिए प्लेटफॉर्म पर जगह नहीं है। मंडल के कई छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड लगाए जाएंगे। यात्रियों के लाभ के लिए सिउड़ी, मधुपुर, आसनसोल, रानीगंज, पांडवेश्वर और पानागढ़ में लिफ्ट लगाई जाएंगी। दुर्गापुर और शिमुलतला में दो-दो एस्केलेटर लगाने का निर्णय लिया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में चित्तरंजन, आसनसोल, जसीडीह, मधुपुर, शिमुलतला, राजबांध, सीतारामपुर और बाराबनी में 9 रेलवे फुटओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साथ ही इस मंडल में 15 लेवल क्रॉसिंग भी बनाई जाएंगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आसनसोल स्टेशन पर वाटर एटीएम शुरू करने के लिए दोबारा टेंडर निकाला जायेगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा, यदि यात्री सेवा और सुविधा के संदर्भ में किसी भी समस्या और उसके समाधान के बारे में सोचते हैं, तो उन्हें व्हाट्सएप पर लिखें, वे इस पर गंभीरता से गौर करेंगे। वरीय सुरक्षा आयुक्त राहुल राज ने बताया कि चेन खींचकर ट्रेन रोकने के मामले में इस साल 130 यात्रियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में रेलवे लाइन पर कटने से 154 लोगों की मौत हो चुकी है। इन दोनों कारणों से ट्रेन थोड़ी लेट हो गई है। इसके लिए आरपीएफ से लेकर स्थानीय लोग मिलकर अलग-अलग इलाकों में जागरूकता शिविर इन्हें रोकने के लिए लगा रहें है।