निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को धमकाने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में ठेकेदार पर मामला दर्ज
आसनसोल । आसनसोल नगर निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अभिजीत अधिकारी पर आशीष पटेल पर बिल्डर द्वारा जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया गया है। इस संदर्भ में अभिजीत अधिकारी ने हीरापुर थाना में लिखित शिकायत भी दर्ज कराया। घटना के बारे में अभिजीत अधिकारी ने बताया कि ठेकेदार आशीष पटेल का एक प्लान अभी तक पास नहीं हुआ है। अपने प्लान को पास करने के लिए वह गुंडे लेकर उनके पास आए और धमकी दी। वह उनके घर पर भी आ गए और उनको प्लान पास करने के लिए धमकाया। उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने हीरापुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज की है। कहां की है बड़े अफसोस की बात है कि कार्यालय की बात को वह घर तक लेकर आए। इस मुद्दे पर मंगलवार मेयर विधान उपाध्याय की अध्यक्षता में आसनसोल नगर निगम में एक जरूरी बैठक हुई। जहां पर पुलिस प्रशासन के शीर्ष अधिकारी भी उपस्थित थे। एक ठेकेदार द्वारा आसनसोल नगर निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अभिजीत अधिकारी के घर जाकर उनको धमकी देने के मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रदेश सचिव वी शिवदासन दासु ने कहा कि उनको भी इस घटना के बारे में पता चला है। पार्टी की तरफ से भी वह इस घटना के तीव्र निंदा करते हैं और आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेयर विधान उपाध्याय से भी अनुरोध किया गया है कि क्योंकि नगर निगम के एक अधिकारी के साथ इस तरह की घटना हुई है। नगर निगम भी उन व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज करें और जो भी इस घटना में जुड़े हुए हैं। उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना आसनसोल में कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं विपक्ष द्वारा इस घटना के लिए सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार ठहराने के मुद्दे पर दासु ने कहा कि विपक्ष का काम है। आलोचना करना और तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद विपक्ष कुछ और ज्यादा ही बयान बाजी कर रहा है। इसका आसनसोल सहित पूरे पश्चिम बंगाल की जनता पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। वह ममता बनर्जी के साथ है और जब भी चुनाव होगा ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की ही जीत होगी। इसके उपरांत दासु ने कहा की ऐसे ठेकेदारों के सर पर अगर आसनसोल नगर निगम से जुड़े किसी नेता का हाथ है तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उसे भी सलाखों के पीछे डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह से किसी अधिकारी को डराना धमकाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अगर इसके पीछे आसनसोल नगर निगम का कोई पदाधिकारी भी संलिप्त है तो उसे भी बख्शा नहीं जाना चाहिए।