दिव्यांगो को कृत्रिम अंग प्रदान करना सबसे बड़ी मानव सेवा – गुरुदास चटर्जी
आसनसोल । श्री श्याम सेवा ट्रस्ट और श्री भगवान महावीर विकलांग समिति के सहयोग से शनिवार श्री श्याम मंदिर परिसर, राहा लेन, आसनसोल में चलने-फिरने या सुनने में अक्षम लोगों को कृत्रिम अंग श्रवण यंत्र प्रदान किए गए। यहां लोगों को यह सेवा नि:शुल्क प्रदान की गई। रानीगंज विधायक और एडीडीए के चेयरमैन तापस बंद्योपाध्याय यहां मौजूद थे। उन्होंने कई लोगों को अपने हाथों से कृत्रिम अंग और श्रवण यंत्र दिये। उन्होंने कहा कि यह बेहद सराहनीय है कि कई लोग फिर से सामान्य जीवन में लौट सकेंगे। उन्होंने श्री श्याम सेवा ट्रस्ट के सभी सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से यह संगठन धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन के साथ-साथ सामाजिक कार्यों को भी अंजाम दे रहा है। वह सराहनीय है और दूसरे संगठनों को भी इनसे सीख लेने की आवश्यकता है। श्री श्याम सेवा ट्रस्ट की ओर से आनंद पारिख ने कहा कि 14 तारीख को इन सभी लोगों के अंगों का माप लिया गया और फिर विशेषज्ञों की मदद से अंग बनाए गए और उन्हें शनिवार वह कृत्रिम अंग दिया गया। बैसाखी और श्रवण यंत्र भी उपलब्ध कराए गए। इस मौके पर यहां आसनसोल नगर निगम के एमएमआईसी गुरुदास चटर्जी भी मौजूद थे। उन्होंने भी अपने हाथों से कई लोगों को कृत्रिम अंग और बैसाखी, श्रवण यंत्र प्रदान किया। उन्होंने श्री श्याम सेवा ट्रस्ट के सभी सदस्यों के सराहना की और कहा कि जिस तरह से हमेशा इस संगठन की तरफ से सामाजिक कार्य किए जाते हैं। वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम से कई लोग एक बार फिर से स्वाभाविक जीवन में लौट सकेंगे और यह सबसे बड़ी मानव सेवा है।