जय माता दी जागरण समिति का 29वां माता का जगराता का भव्य आयोजन
आसनसोल । जय माता दी जागरण समिति द्वारा आयोजित 29वां माता का जगराता का भव्य आयोजन एनएस रोड स्थित सिंघानिया भवन में किया गया। इस अवसर पर माता का भाव एवं अलौकिक दरबार सजाकर नवजोत का विराट आयोजन किया गया। सर्वप्रथम संस्था के सदस्य वरुण शाह एवं उनकी धर्मपत्नी गौरी साह ने मुख्य यजमान के रूप में पूजा अर्चना की। उसके पश्चात संस्था की ओर से आनंद पारीक, नवल माखरिया, जितेंद्र मिश्रा, राजेश जालान आदि ने गणेश वंदना कर जगराते की शुरुआत की। धनबाद से पधारी सिमरन कौर ने अपने मधुर आवाज से दरबार में सभी भक्तों को मंत्र मुक्त कर दी। उन्होंने माता रानी के मीठे-मीठे भजन भजनों की हाजिरी माता के दरबार में लगे शेर पर सवार होकर आजा शेरावालिए, मेरे झोपड़ी के भाग्य आज खुल जाएंगे राम आएंगे, आदि भजनों से भक्तों की खूब तालियां बटोरी। वहीं भजन कलाकार सुरभि तिवारी भी माता के दरबार में भक्तिपूर्ण हाजिरी लगाई। उन्होंने चलो बुलावा आया है एवं भोजपुरी माता के भजन गाकर दरबार में भक्ति में रस की छटा बिखेरी, राजस्थानी भजन कलाकार रवि शंकर शर्मा बबलू एवं विक्रम शर्मा ने भी माता के दरबार में अपनी हाजिरी लगवाई। जागरण समिति की ओर से आनंद पारीक ने बताया की आसनसोल शिल्पांचल के श्री श्याम बल मंडल, रानीगंज श्री श्यामसने मंडल, कुल्टी तीन ईमानदारी भक्त मंडल, चिरकुंडा आदि संस्थाएं यहां पर मुख्य रूप से उपस्थित थी। हजारों की संख्या में लोगों ने माता का प्रसाद ग्रहण किया एवं अपनी हाजिरी दरबार में लगाई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विशिष्ट समाजसेवी शंकर लाल शर्मा, नरसिंह बांध बालाजी धाम के संतोष भाई जी, विशिष्ट समाजसेवी पप्पू सिंह, सुभाष अग्रवाल, पुनीत संतोरिया, संजय जालान, विवेक खेतान, प्रदीप बर्मन, राजेश सिंघाई, रतनलाल दीवान, टिंकू गाडियां, मनोज वैश्य, महावीर स्थान सेवा समिति के अरुण शर्मा, मारवाड़ी युवा मंच के अभिषेक केडिया, अंकित अग्रवाल, राजेश पंसारी, मुकेश अग्रवाल, बॉबी गुप्ता, सुभाष पारीक, अशोक अग्रवाल, अजय निगानिया, आदि उपस्थित थे।
वहीं जागरण को सफल बनाने में विनोद गुप्ता, कमल शर्मा, राजेश जालान, सुधीर भगत, अंजय अग्रवाल , दुर्गा अग्रवाल,आनंद संटोरिया, जितेंद्र मिश्रा, संजय अग्रवाल, सुजीत गुप्ता, वरुण साव, विमल अग्रवाल, रॉबिन शर्मा, विकास संटोरिया, बंटी सुल्तानिया, चंदन युवराजका, नवल माखारिया, आदि सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।