सामाजिक और उद्योग तथा व्यापार के हित के लिए आसनसोल लोकसभा सीट पर स्थानीय भूमि पुत्र को दिया जाए टिकट – जगदीश बागड़ी
आसनसोल । आसनसोल में 13 मई को लोकसभा चुनाव होगा। उससे पहले मंगलवार आसनसोल के एवलिन लॉज में साउथ बंगाल फेडरेशन ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से लोकसभा चुनाव को लेकर पत्रकारों को अहम जानकारी दी गई। साउथ बंगाल फेडरेशन ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महासचिव जगदीश बागड़ी ने कहा कि आगामी लोकसभा का चुनाव आसनसोल के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह तय करेगा कि आने वाले समय में आसनसोल के उन कार्यों का क्या होगा जो केंद्र सरकार के दायरे में आते हैं। उन्होंने कहा कि आसनसोल में 45 फीसदी ऐसी जगह है जो केंद्र सरकार के अधीन आती है। लेकिन वहां पर राज्य सरकार का कोई अधिकार नहीं होता। वह वहां पर एक स्ट्रीट लाइट तक नहीं लगा सकती। लेकिन ऐसे में अगर यहां पर सांसद प्रखर रूप से आसनसोल की बात संसद में नहीं रखते हैं तो आसनसोल का विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने इस्को के नवीनीकरण के लिए 20000 करोड रुपए की परियोजना का उदघाटन किया। लेकिन इसके बाद वहां पर छोटे-छोटे कार्यों को भी बाहर के उद्योगपतियों को दिया जा रहा है। स्थानीय उद्योगपतियों को काम नहीं मिल रहा है जिस वजह से यहां पर यहां के उद्योगपतियों का विकास नहीं हो पा रहा है और ऐसे में इस क्षेत्र का विकास भी संभव नहीं हो पा रहा है।उन्होंने कहा कि सामाजिक और उद्योग तथा व्यापार के हित के लिए आसनसोल लोकसभा सीट का टिकट स्थानीय भूमि पुत्र को ही दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि यहां पर किसी स्थानीय व्यक्ति को टिकट दिया जाए जो यहां के लोगों की बातों को समझे यहां के लोगों की परेशानियों को समझें और उनको लोकसभा में उठा सके। उन्होंने कहा कि जब यहां पर वंश गोपाल चौधरी सांसद थे। तब वह भी विपक्षी दल के थे। लेकिन उनके समय में रानीगंज सहित इस औद्योगिक क्षेत्र में काफी विकास हुआ इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आसनसोल में यहां का कोई स्थानीय व्यक्ति सांसद का चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अधीन जो भी कार्य हैं। वह अच्छी तरह से किया जा रहा है। मंत्री मलय घटक बहुत खूबसूरती से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है। लेकिन यह बहुत जरूरी है कि हमें एक ऐसा सांसद मिले जो यहां की परेशानियों को लोकसभा में उठा सके। वहीं संगठन के अध्यक्ष वी के ढल ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि यह बड़े अफसोस की बात है कि यहां पर जो राजनीतिक दल हैं। वह अप्रसांगिक बातों को सामने ला रहे हैं, जिनसे लोगों की बुनियादी जरूरत का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया कि वह लोगों की समस्याओं को केंद्र में रखते हुए अपनी नीतियां तय करें। सांसद स्थानीय हो या बाहरी यह जरूरी नहीं है। जरूरी यह है कि वह यहां की समस्याओं को दूर करें। पत्रकार सम्मेलन में वीके ढल, जगदीश बागड़ी के अलावा पवन गुटगुटिया, अनिल जालान, हरिनारायण अग्रवाल उपस्थित थे।