काजी नजरूल विश्वविद्यालय में दूसरे दिन भी तृणमूल छात्र परिषद की तरफ से विरोध प्रदर्शन
आसनसोल । आसनसोल के काजी नजरूल विश्वविद्यालय में दूसरे दिन भी तृणमूल छात्र परिषद की तरफ से विरोध प्रदर्शन जारी रहा। मंगलवार संगठन के कार्यकर्ताओं और विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय गेट के सामने प्रदर्शन किया गया। उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की। इस मौके पर पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल छात्र परिषद अध्यक्ष अभिनव मुखर्जी से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र जब भर्ती होता है तो वह एक फीस जमा करता है। लेकिन विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा आपस में अदालत के मामलों में वकील के खर्चे पर उस पैसे का खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तकरीबन एक करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च अदालत के मामलों में किया गया है। यह पैसा विद्यार्थियों का पैसा है। लेकिन विश्वविद्यालय के अधिकारी एक दूसरे पर अदालत में केस कर रहे हैं। जिस वजह से यह पैसा खर्च हो रहा है। लेकिन विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। पढ़ाई लिखाई के मामले में कोई विकास नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि 30 लाख रुपए के खर्च का हिसाब उनके पास है। वह सही समय पर वह आंकड़े मीडिया के सामने पेश करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर भाजपा के दलाल हैं और वह राज्यपाल के इशारे पर राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए काम कर रहे हैं। उनका कहना था की विश्वविद्यालय के विद्यार्थी ऐसे वाइस चांसलर को नहीं चाहते और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उस पैसे का हिसाब मांगेंगे जो पैसा वकीलों पर खर्च किया गया है। उन्होंने कहा कि कभी सांसद से अनुरोध करके तो कभी अन्य जरिए से विश्वविद्यालय के विकास के लिए पैसे लाए जा रहे हैं जो पैसे अदालत के मामले के निपटारे में खर्च किए जा रहे हैं। अभिनव मुखर्जी ने कहा कि तृणमूल छात्र परिषद इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। काजी नजरूल विश्वविद्यालय ममता बनर्जी के सपनों का विश्वविद्यालय है और इस विश्वविद्यालय से आसनसोल के लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारी इस आंदोलन की वजह से इतने डरे हुए हैं कि वह विश्वविद्यालय नहीं आ रहे हैं। लेकिन जब भी वह विश्वविद्यालय आएंगी उनसे उस पैसे का हिसाब मांगा जाएगा।