पूर्व रेलवे का आसनसोल मंडल ‘श्रावणी मेला-2024’ के लिए संवर्धित सुख-सुविधाओं के साथ काँवरियों का स्वागत करता है
आसनसोल । पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने श्रावणी मेला 2024 की तैयारी में यात्री सुख-सुविधाओं को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने के लिए एक व्यापक पहल की है। यह पहल इस पावन अवधि के दौरान तीर्थयात्रियों की आमद के लिए एक आरामदायक और सुविधाजनक अनुभव सुनिश्चित करने के लिए जसीडीह, देवघर, बासुकीनाथ और बैद्यनाथधाम सहित प्रमुख स्टेशनों पर सेवाओं को बेहतर बनाने पर केंद्रित है। मंडल ने चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता को प्राथमिकता दी है, यह सुनिश्चित करते हुए कि सेंट जॉन्स एम्बुलेंस सेवाएं और पैरामेडिकल केंद्र, चौबीसों घंटे (24/7) डॉक्टर सुविधाओं से लैस हो और संबंधित स्थलों पर सुलभ हो। इसके अतिरिक्त, पुराने सर्कुलेटिंग एरिया में झारखंड सरकार का स्वास्थ्य केंद्र चौबीसों घंटे चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा। सुरक्षा और संरक्षा को और मजबूत करने के लिए, महिला आरपीएफ कर्मियों सहित रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राज्य पुलिस की तैनाती की व्यवस्था की गई है। सभी मेला स्टेशनों पर 155 सीसीटीवी कैमरे लगाने सहित निगरानी उपायों को बढ़ाया गया है। सभी मेला स्टेशनों पर “क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूँ” बूथों की स्थापना के साथ यात्री सहायता को काफी हद तक बढ़ाया गया है। यात्रियों की सहायता के लिए जसीडीह और बैद्यनाथधाम स्टेशनों पर भारत स्काउट्स और गाइड्स द्वारा संचालित अतिरिक्त पूछताछ काउंटर स्थापित किए गए हैं। किसी भी प्रश्न या आपात स्थिति को संबोधित करने के लिए चौबीसों घंटे (24/7) हेल्पलाइन सेवा भी चालू है। तीर्थयात्रियों को जसीडीह स्टेशन पर 49,000 वर्ग फीट में फैले अस्थायी शेड, अतिरिक्त पेयजल नल और निःशुल्क मूत्रालय जैसी कई उन्नत सुविधाओं का लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य व स्वच्छता मानकों को बनाए रखने के लिए बायो-टॉयलेट लगाए गए हैं और सुविधा के लिए मोबाइल चार्जिंग पॉइंट उपलब्ध हैं। जसीडीह में एमएफसी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर कमरे और बैद्यनाथधाम और देवघर स्टेशनों पर अतिरिक्त प्रतीक्षालय सहित नि:शुल्क आवास सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी मेला स्टेशनों पर डीजी सेट लगाए गए हैं, साथ ही प्लेटफॉर्म और सर्कुलेटिंग एरिया में पर्याप्त पंखे और रोशनी की व्यवस्था की गई है। मनोरंजन के लिए जसीडीह स्टेशन पर पांच बड़े प्लाज्मा टीवी लगाए गए हैं। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए श्रावणी मेला विशेष ट्रेनें भी शुरू की हैं। ये ट्रेनें निर्दिष्ट फेरों (फ्रिक्वेंसिज) और समय पर चलती हैं, जो तीर्थयात्रियों, काँवरियों और अन्य यात्रियों के लिए निर्बाध यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रमुख गंतव्यों को जोड़ती हैं।