आसनसोल में मनाया गया लोकतंत्र हत्या दिवस
आसनसोल । भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा की ओर से आसनसोल सिटी बस स्टैंड के समीप लोकतंत्र हत्या दिवस मनाया गया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष, भाजपा जिला अध्यक्ष बप्पा चटर्जी, जिला सचिव अभिजीत राय, शंकर चौधरी, कृष्णेन्दु मुखर्जी, निर्मल कर्मकार, अमिताभ गोराई, भृगु ठाकुर, मदन मोहन चौबे, मिठू घांटी, प्रशांत चक्रवर्ती,सबिता चौबे, काकली घोष, टीना दे, विद्या शर्मा, संघमित्रा घोष, अमिता सिंह, ओमनारायण प्रसाद साहित्य तमाम भाजपा नेता कार्यकर्ता उपस्थित थे। मौके पर दिलीप घोष मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में राज्य की टीएमसी सरकार और तृणमूल कांग्रेस पर करारा वार किया। दिलीप घोष ने कहा कि एक तरफ टीएमसी नेता दिल्ली जाकर लोकतंत्र बचाने के लिए गांधी मूर्ति के समीप धरना प्रदर्शन करके सुर्खियां बटोरने की कोशिश करते हैं। लेकिन बंगाल में लोकतंत्र की हत्या करके उसे मिट्टी में दफना दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक मूल्यों को दबाया कुचला जा रहा है। वह बेहद खतरनाक है। दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल को बचाना होगा। क्योंकि यह राज्य एक सीमावर्ती राज्य है। यहां के सत्ता पक्ष के नेताओं द्वारा जिस तरह से रोहिंग्या मुसलमानों राज्य में प्रवेश कराया जा रहा है। वह देश की सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने आज टीएमसी के शहीद दिवस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक समय था। जब माकपा के वरिष्ठ नेता हरकिशन सिंह सुरजीत सभी पार्टियों के पास जाते थे और समर्थन मांगते थे। आज वह काम ममता बनर्जी कर रही है। कभी वह पटना चली जाती है तो कभी मुंबई लेकिन कोई राजनीतिक दल उन पर भरोसा नहीं करता। क्योंकि उनको पता है कि ममता बनर्जी का कोई राजनीतिक अस्तित्व या उसूल नहीं है। वह कभी कांग्रेस के साथ तो कभी बीजेपी के साथ तो कभी चोरी छुपे वामपंथियों के साथ रहती है। दिलीप घोष ने कहा कि आज टीएमसी के शहीद दिवस के मंच पर अखिलेश यादव आए थे। वह अखिलेश यादव जो उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी से दो बार हार चुके हैं और योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है।