देश के शहीदों के सहादत को सत सत नमन – सुरेन जालान
आसनसोल । जब पूरा देश त्योहारों की खुशीयां मना रहा है उस वक्त भी हमारे देश के रणबांकुरे अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा में तल्लीन हैं। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकियों से मुठभेड़ में एक जेसीओ सहित सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार घाटी के चमरेर के जंगलों में भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ एक बड़ी कार्यवाही की। लेकिन आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए एक जेसीओ और सेना के 4 जवान शहीद हो गए। हालांकि इससे पहले देश की तरफ तिरछी नजरों से देखने वाले दो आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने अनंतनाग और बांदीपोरा में मौत के घाट उतार दिया था। देश के वीर सपूतों के इस बलिदान को नमन करते हुए आसनसोल के विशिष्ट समाजसेवी और व्यवसायी सुरेन जालान ने पाकिस्तानी असुरों द्वारा शहीद किए गए इन वीरों की शहादत को नमन किया और भगवान से इनके परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। सुरेन जालान ने कहा कि जो राजनीतिक दल अपनी राजनीति चमकाने के लिए इन शहीदों की शहादत का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकिचाते वह आज खामोश क्यों हैं? त्योहारों के समय जब सब अपने अपने परिजनों के साथ होते हैं ऐसे समय में पांच घरों के चिराग असमय बुझ गये। उन्होंने कहा कि सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं चीन की तरफ से भी आए दिन इस तरह का दु:स्साहस किया जाता है लेकिन इसका कोई माकुल जवाब नहीं दिया जाता है। सुरेन जालान ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में देखा गया है कि चीन की सेना आए दिन भारतीय भूमि में घुसपैठ करती है लेकिन भारत की राजनीतिक पार्टियां लखीमपुर खीरी और किसान आंदोलन को लेकर इतनी मग्न हैं कि उनके पास देश की सीमाओं पर पनप रहे खतरों को लेकर सोचने का कोई समय नहीं है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इस समय इन सभी मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर देश के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने की अपील की। उन्होंने आशंका जताई कि देश के दुश्मन त्योहारों के इस समय देश पर कोई बड़ा हमला कर सकते हैं। ऐसे में देश की सुरक्षा सिर्फ सुरक्षाबलों की जिम्मेदारी नहीं होती। देश के हर नागरिक को अपने वतन की सुरक्षा के लिए तत्पर होना पड़ेगा तभी देश की सुरक्षा और सार्वभौमिकता की रक्षा हो पाएगी।