सदैव अच्छे भाव का ही व्यवहार करें, भगवान आपकी मनोकामना सुन लेगा – सुरेन जालान
आसनसोल । सभी समुदाय के लोगों के लिए पूजा घी के नाम से बिकने वाला घी एक इमोशनल कटाक्ष है। मांगने वाला भी पूजा घी मांगता है और देने वाला भी पूजा घी ही देता है मगर कभी उसकी गुणवत्ता के बारे में नहीं जानना चाहता एवं इसके मिलावट के बारे में कभी किसी ने सोच विचार नहीं किया। उक्त बातें आसनसोल के विशिष्ट व्यवसायी सुरेन जालान ने कही। उन्होंने सभी लोगों से अनुरोध किया कि पूजा के नाम पर बिकने वाला घी एवं पूजा के नाम पर कोई भी पदार्थ किसी भी पसारी, दशकर्मा भंडार या किसी भी मोल से न ले। हो सके तो यथाशक्ति एक शुद्ध फूल भगवान को अर्पण कर सकते हैं तो वही शुद्ध फूल से भगवान आपकी मनोकामना सुन लेगा। भाव ही भगवान को पसंद है। सदैव अच्छे भाव का ही व्यवहार करें। जो आप अपने दैनिक जीवन में खाते पीते हैं, उसी प्रकार की शुद्ध सामग्री पूजा में व्यवहार करें।