आसनसोल में निगम के टेंडर वाली एक दुकान को लेकर जमकर हंगामा, आईएनटीटीयूसी नेता निगम पर लगाया आरोप
आसनसोल । आसनसोल के हाटन रोड मोड़ स्थित एक दुकान को लेकर गुरुवार भारी हंगामा खड़ा हो गया। आसनसोल नगर निगम की तरफ से उस दुकान को तंद्रा राय नामक एक महिला को लीज पर दिया गया था। महिला के भाई नित्यानंद राय ने आरोप लगाया कि जब वह उसे दुकान में कुछ काम करवाने के लिए गए थे। तब टीएमसी राजू अहलूवालिया द्वारा बाधा पहुंचाई गई। नित्यानंद राय ने कहा कि उन्होंने जो ताला लगाया था। उसके ऊपर राजू अहलूवालिया ने अपना ताला लगा दिया, जिससे उन्हें दुकान में काम करवाने में असुविधा हुई। नित्यानंद राय ने कहा कि यहां पर राजनीति का कोई सवाल नहीं है। वह सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि जो दुकान उनकी बहन को आसनसोल नगर निगम द्वारा लीज पर दिया गया था। उस दुकान पर मालिकाना हक उनका क्यों नहीं होगा। राजू अहलूवालिया द्वारा उसे दुकान पर ताला कैसे लगाया गया। उन्होंने आसनसोल नगर निगम की तरफ से लीज के कागजात दिखाएं और दावा किया कि उनकी बहन को सारे कानून को मानते हुए नगर निगम द्वारा लीज पर दिया गया था। नित्यानंद राय ने कहा कि यह दुकान उनके बहन के नाम पर है और उसके समर्थन में उनके पास जरूरी दस्तावेज भी हैं। हालांकि इस बारे में राजू अहलूवालिया ने कहा कि जिस दुकान के बारे में बात हो रही है। वहां पहले एक नर्सरी था। यह पीडब्ल्यूडी की जमीन पर है। बाद में नर्सरी के बंद हो जाने के बाद तत्कालीन मेयर जितेंद्र तिवारी द्वारा फैसला लिया गया कि उसे आसनसोल नगर निगम द्वारा स्टोर रूम बनाया जाएगा। लेकिन फिर अचानक पता चला कि वर्ष 2016 के आसपास उस दुकान को किसी महिला को लीज पर दे दिया गया। राजू अहलूवालिया ने सवाल किया कि जिस दुकान को आसनसोल नगर निगम द्वारा स्टोर रूम बनाए जाने की बात कही गई थी। उसे कैसे किसी व्यक्ति विशेष को दिया जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति को यह दुकान दी गई है। वह तत्कालीन मेयर जितेंद्र तिवारी के खास व्यक्ति थे और यही वजह है कि नियमों की अवहेलना करते हुए यह दुकान लीज पर दी गई। उन्होंने कहा कि टेंडर कब हुआ। इसका पता भी नहीं चला और दुकान का लीज हो गया। यह भ्रष्टाचार है और वह इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। क्योंकि यहां पर ममता बनर्जी के नेतृत्व में सरकार चल रही है जो कभी भी गरीबों का हक नहीं मार सकती। उन्होंने कहा कि अगर एक बिल्डर को इस तरह से दुकान लिज पर दिया जा सकता है तो जिन छोटे दुकानदारों को फुटपाथ से हटाया गया। उनको अब तक दुकान क्यों नहीं मिला। उन्होंने कहा कि इस तरह की दोहरी नीति आसनसोल नगर निगम नहीं अपना सकती। इस संदर्भ में विधान उपाध्याय ने कहा कि उक्त महिला ने इसकी शिकायत नगर निगम से की है और नगर निगम द्वारा कानूनी व्यवस्था ली गई है। अगर नगर निगम द्वारा लीज पर उसे महिला को दुकान दी गई है तो वह दुकान उन्हीं को मिलेगी और इसका इंतजाम भी कर लिया गया है। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि टीएमसी के ही नेता राजू अहलूवालिया द्वारा दुकान के मालिकाना हक को लेकर सवाल खड़ा किया गया है तो विधान उपाध्याय ने कहा कि कौन क्या कहता है, यह जरूरी नहीं है जरूरी यह है कि कानून के अनुसार काम हो और किसी को भी गैरकानूनी काम करने नहीं दिया जाएगा। वही इस संदर्भ में आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल से बात की तो उन्होंने कहा कि टीएमसी का नेता भ्रष्टाचार नहीं करेगा या अवैध कब्जा नहीं करेगा। यह हो नहीं सकता पूरी पार्टी इसी पर चल रही है। इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि टीएमसी के एक नेता का नाम इस तरह की घटनाओं में आ रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा एक महिला को दुकान लीज पर दी जाती है। लेकिन टीएमसी के नेता उस पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि यही टीएमसी की संस्कृति है।