भाजपा से तृणमूल में गए बाबुल सुप्रियो ने सांसद पद से दिया इस्तीफा
दिल्ली । हाल ही में भाजपा छोड़ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सह आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को आसनसोल के सांसद पद से भी इस्तीफा दे दिया। बाबुल सुप्रियो ने दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा पत्र सौंप दिया। बाबुल ने आसनसोल सीट से भाजपा के टिकट पर वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार जीत हासिल की थी। इस साल जुलाई में केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद से नाराज चल रहे बाबुल ने 18 सितंबर को भाजपा छोड़ टीएमसी का दामन थाम लिया था। उसी वक्त बाबुल ने एलान कर दिया था कि वह सांसद पद से भी इस्तीफा दे देंगे।
इधर, सांसद पद से इस्तीफे के बाद बाबुल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज मेरा दिल भारी है, क्योंकि मैंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा के साथ ही शुरू की थी। इस दौरान बाबुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह ने मुझ पर भरोसा किया, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं। मैंने पूरे मन से राजनीति छोड़ दी थी। मैंने सोचा था कि अगर मैं पार्टी का हिस्सा नहीं हूं, तो मुझे अपने लिए सीट नहीं रखनी चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि आसनसोल के प्रति उनका विशेष लगाव है। बाबुल ने आगे कहा कि भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने उनके खिलाफ कई बातें कही थी। उन्होंने अब सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। अब वह उम्मीद कर रहे हैं कि सुवेंदु के पिता भी इस्तीफा देंगे। दरअसल विधानसभा चुनाव के पहले सुवेंदु के सांसद पिता शिशिर अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर दिखे थे। इसीलिए बाबुल ने अब शिशिर अधिकारी पर भी इस्तीफे का दबाव बढ़ा दिया है।
रामदेव से जाकर हरिद्वार में मुलाकात करेंगे बाबुल
बाबुल ने इस दौरान यह भी कहा कि वह बाबा रामदेव के कारण ही राजनीति में आए थे। वह हरिद्वार जाकर बाबा रामदेव से मुलाकात करेंगे।
2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव जीते थे बाबुल
बता दें कि गायक से राजनीति में आए बाबुल ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा का दामन थामा था। उन्होंने भाजपा के टिकट पर वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में आसनसोल सीट से जीत दर्ज की थी।