सनातन धर्म से बड़ा धर्म कोई नही है, सनातन धर्म कभी किसी का बुरा नहीं चाहा है – स्वामी आत्मप्रकाश जी महाराज
आसनसोल । जीटी रोड स्थित बड़ा पोस्ट ऑफिस के पास स्थित महाबीर स्थान मंदिर परिसर में मुख्य यजमान अरुण साव एवं समस्त साव परिवार और आसनसोल महाबीर स्थान सेवा समिति के सहयोग से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन कृष्ण का बाल लीला, पूतना दहन, रुक्मिणी विवाह, गोवर्धन पूजा पर स्वामी आत्मप्रकाश जी महाराज ने कथा सुनाये। उसके अलावा छप्पन भोग, मोक्ष पर कथा सुनाई। स्वामी जी ने कहा कि गुरु का नाम निरंतर जपते जपते जिस दिन भगवान का दर्शन हो जाए। उसी दिन मोक्ष की प्राप्ति हो जाएगी। सारे जगत में राम ही राम है। सुख दुख में राम हैं । इसे जगत में आप क्रोध को रोक सकते है। यह सबसे अच्छा उपाय है कि राम का नाप जपते रहे। सबके भीतर राम है, जिस दिन एक बार भी राम का दर्शन हो जाएगा। उस दिन मोक्ष की प्राप्ति हो जाएगी। गुरुजी ने कहा की हम सब हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई सभी एक एक ही परमात्मा के कई संताने हैं। गुरुजी ने कहा कि सनातन धर्म से बड़ा धर्म कोई नही है। सनातन धर्म कभी किसी का बुरा नहीं चाहा है। सनातन धर्म में जो कुछ है। वह कहीं नहीं है। मौके पर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, नथमल शर्मा, जगदीश शर्मा, आसनसोल महाबीर स्थान सेवा समिति के सचिव अरुण शर्मा, शंकर शर्मा, टुनटुन गाडिया, अशोक कुमार अग्रवाल, सियाराम अग्रवाल, महेश शर्मा, डॉ जेके सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, राज कुमार शर्मा, आनंद पारीक, सौरभ मिश्रा, सौरभ अग्रवाल, रमेश नवावाला, मनोज वैद्य, नवल मखरिया, टिंकू गाडिया, राजू केडिया, अनिर्वान चटर्जी, कैलाश गाडिवान, मुकेश पहचान, बासुदेव शर्मा, राकेश शर्मा, सुनीता केडिया, मंजू शर्मा, विमला गुप्ता, प्रेमचंद केशरी, बीबी सिंह, सुनीता केडिया, बिमला गुप्ता, रानी भगत, मनीष भगत, अभिषेक वर्मन, प्रकाश अग्रवाल(बिजली वाला), अक्षय शर्मा, रौनक जालान सहित सैंकड़ों महिलाएं व पुरुष भक्त उपस्थित थे। हुआ।