आसनसोल । विरासत और विकास दोनों के समागम से ही समाज एवं देश अच्छे परिणाम दे सकता है। उक्त बातें आसनसोल के व्यवसायी सुरेन जालान ने कही।केवल विरासत के बारे में ही सोचने से एवं विकास के बारे में न सोचना विरासत को खत्म करने के बराबर है।
उन्होंने कहा कि व्यवहारिक रिश्ते को निभाकर विरासत को कुछ दिनों तक ही रख सकते हैं। उन्हें संरक्षित करना सुनिश्चित करता है कि आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों और विरासत की गहरी समझ हो। समाज का विकास’ सामाजिक प्रगति और उन्नति के वर्तमान संदर्भ को संदर्भित करता है, जिसमें पर्यावरण पर प्रभाव, अपशिष्ट उत्पादन, तथा अपशिष्ट प्रबंधन के लिए टिकाऊ रणनीतियों की आवश्यकता और पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए मूल्यवर्धित उत्पादों में परिवर्तन शामिल है।