आसनसोल । सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पश्चिम बंगाल के 26000 शिक्षकों की नियुक्ति रद्द हो गई है। इसे लेकर शुक्रवार की शाम ऑल बंगाल टीचर्स एसोसिएशन की तरफ से आसनसोल के रवींद्र भवन के सामने एक विरोध पथसभा का आयोजन किया गया। इसके पूर्व बीएनआर मोड़ पर पथावरोध किया गया। इस विरोध पथसभा में ऑल बंगाल टीचर्स एसोसिएशन के अमितद्युति घोष, काली शंकर भट्टाचार्य, अनिद्य दास, मैत्रेई दास, विक्टर आचार्य के अलावा संगठन के ओर भी तमाम कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस मौके पर अमितद्युति घोष ने कहा कि गुरुवार सुप्रीम कोर्ट में जो आदेश पास हुआ। उसके लिए सिर्फ और सिर्फ राज्य सरकार और एसएससी जिम्मेदार है। उन्होंने अपने भ्रष्टाचार को ढकने की कोशिश की, जिस वजह से कई बार कोलकाता हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में उन्हें मौके मिल जहां पर वह योग्य और अयोग्य शिक्षकों को अलग-अलग कर सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। क्योंकि अगर वह ऐसा करते तो उनका भ्रष्टाचार सामने आ जाता। इस वजह से 26000 शिक्षकों की नौकरी चली गई। इसमें से ऐसे भी शिक्षक हैं जो योग्य थे। जिन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया अपने मेधा के बल पर उन्हें नौकरी मिली थी। लेकिन सिर्फ राज्य सरकार और स्कूल सर्विस कमीशन के भ्रष्टाचार की वजह से उनके सामने भी अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि उनका संगठन ऐसा नहीं होने देगा और आने वाले समय में और बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।