दो महीनों तक भारतीय मान्यतानुसार हो सके तो सिंधु जल पर लगे प्रतिबंध टाल दें – सुरेन जालान
आसनसोल । दिनांक 22 अप्रैल 2025 जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सभी देशों द्वारा इसकी कड़ी निंदा की जा रही है।इस नरसंहार में धर्म के आधार पर निहत्थे एवं हिंदुओं को चुन चुन कर मारा गया।धर्म को समझने वाले चाहे वह किसी भी धर्म से हो सभी लोगों द्वारा इसकी कड़ी निंदा की जा रही है एवं हजारों वर्षों तक यह निंदनीय कार्य इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा। हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी इससे अत्यंत आक्रोशित है। इस हमले के बाद उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि वह पाकिस्तान से कोई भी संबंध नहीं रखना चाहते हैं।सन् 19 सितंबर 1960 भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सिंधु जल समझौते को उन्होंने रद्द कर दिया है। आसनसोल के व्यवसायी सुरेन जालान ने एक अनुरोध किया है कि एक मानवीय, धार्मिक, सनातनी एवं उदारनीति की दृष्टिकोण से हमारे भारतीय संस्कृति में सभी लोगों द्वारा एवं सनातनी धर्म वाले लोग वैशाख एवं ज्येष्ठ इन दो महीनों में आम पशु-पक्षी एवं मानवता की रक्षा हेतु जल पिलाने की व्यवस्था करते हैं। आपसे अनुरोध है इन दो महीनों तक भारतीय मान्यतानुसार हो सके तो यह प्रतिबंध टाल दें। बाकि आप जितनी भी हो सके कड़ी से कड़ी दोषियों को सजा दे। जिस प्रकार श्रवण कुमार जी का शिकार राजा दशरथ जी द्वारा अनजाने में हुआ था। श्रवण कुमार ने अपने माता-पिता की प्यास बुझाने हेतु जल की व्यवस्था करने के प्रयास में अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। जल ही जीवन है” यह सरल लेकिन गहन वाक्य हमारे जीवन की सच्चाई को दर्शाता है।